कविता: हाय ! खोखली तालियां...

डॉ. निशा माथुर
अलसवेरे ढोलक की थाप, नौबत बधाइयां
सुरों की सप्तक संग, संगीत में रुबाइयां
किन्नरों की किस्मत में, कैसी ये रुसवाइयां
नित-नित स्वांग रचाते, हाय बजाते तालियां
हाय खोखली तालियां, हाय खोखली तालियां।
 
बिन ब्याहे कुमकुम टीका, सोलह श्रृंगारियां 
तन अधूरा, मन अधूरा, ना बजती शहनाइयां
दामन में आशीर्वाद की, भरते गोद भराइयां
ललना जनम लिए तो, वारी-वारी बलहारियां
हाय खोखली तालियां, हाय खोखली तालियां।
 
ना कोई अपना संगी-साथी, ना रिश्तेदारियां
छोटी-सी खोली में, तन्हा जीवन की तन्हाइयां
कदम-कदम पे ठोकरें, औ समाज की गालियां
खुद का वजूद ढूंढते, उफ कैसी लाचारियां
हाय खोखली तालियां, हाय खोखली तालियां।
 
छीनी खुशी, छीने सपने, क्या थीं गुस्ताखियां
हो दरवेष, स्वांगी भेष, किससे कैसी यारियां
कुदरत के अभिशाप पे, हाय प्रभु से दुहाइयां
किन्नर जनम कभी ना दीजे, ना दीजे तालियां 
हाय खोखली तालियां, हाय खोखली तालियां।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा

जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डॉक्टर्स और एक्सपर्ट

Winter Fashion : सर्दियों में परफेक्ट लुक के लिए इस तरह करें ओवरसाइज्ड कपड़ों को स्टाइल

सभी देखें

नवीनतम

बॉडी पॉलिशिंग का है मन और सैलून जाने का नहीं है टाइम तो कम खर्च में घर पर ही पाएं पार्लर जैसे रिजल्ट

मजेदार बाल गीत : गुड़िया रानी क्या खाएगी

क्या बच्‍चों का माथा गर्म रहना है सामान्य बात या ये है चिंता का विषय?

आपकी ये फेवरेट चीज, बच्चों के लिए है जहर से भी ख़तरनाक , तुरंत संभल जाइए वरना बच्चों को हो सकते हैं ये नुकसान ...

कितना सच है महिलाओं को लेकर आचार्य चाणक्य का ये दावा, चाणक्य नीति में मिलता है विशेष उल्लेख

अगला लेख