हिन्दी कविता : मुस्कराने को क्या चाहिए...

राकेशधर द्विवेदी
मुस्कराने को क्या चाहिए
गुनगुनाने को क्या चाहिए


 
गीत गाने को क्या चाहिए
तो ये सुन लो मुझे प्यार को
एक सुन्दर गजल चाहिए। 
 
न मकान चाहिए
न दुकान चाहिए
न घर चाहिए
न महल चाहिए।
 
तेरे दिल में
थोड़ी सी जगह
और दो गज 
कफन चाहिए।
 
मुझको तेरी जुल्फों
के साये में
एक सुन्दर चमन ‍चाहिए
 
तेरी जुल्फों के साये तले
दो पल का सुकूं चाहिए
बज सके जो मेरे दिल में
उस गाने की धुन चाहिए।

 
Show comments

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान

कार्ल मार्क्स: सर्वहारा वर्ग के मसीहा या 'दीया तले अंधेरा'

राजनीति महज वोटों का जुगाड़ नहीं है

जल्दी निकल जाता है बालों का रंग तो आजमाएं ये 6 बेहतरीन टिप्स

मॉरिशस में भोजपुरी सिनेमा पर व्‍याख्‍यान देंगे मनोज भावुक

गर्मी के मौसम में कितनी बार सनस्क्रीन लगाना चाहिए, जानिए सही समय