हिन्दी कविता : मुझसे मिलने मत आना....

सुशील कुमार शर्मा
सरल मार्ग को चुनना है तो मुझसे मिलने मत आना,
जीवन को सीधा गुनना है तो मुझसे मिलने मत आना।


 
जीवन में संघर्षों को अपनाना बहुत कठिन है काम सखे,
साहस के शूलों को चुनना पुरुषार्थों का अंजाम सखे।
 
जीवन में कायरता हो तो मुझसे मिलने मत आना,
सरल मार्ग को चुनना है तो मुझसे मिलने मत आना।
 
जब भी मुझसे बात करो तो साहस के घेरे में करना,
जब भी आंख मिलाओ मुझसे पलकें नीची मत करना।
 
संघर्षों से मन हिलाता हो तो मुझसे मिलने मत आना,
सरल मार्ग को चुनना है तो मुझसे मिलने मत आना।
 
विषधरों के शहर में जीना है तो विष को पीना सीखो,
मरुस्थलों के हृदय में रहकर अपनी प्यास बढ़ाना सीखो।
 
मृत्यु भय से गर दिल कांपे तो मुझसे मिलने मत आना,
सरल मार्ग को चुनना है तो मुझसे मिलने मत आना।
 
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