कविता : हिन्दी का अस्ति‍त्व खतरे में क्यों?

Webdunia
शंभूनाथ 
क्यों होता अपमान हिन्दी का, क्यों हिन्दी भाषी अपमानित है।
क्यों अंग्रेजी की अलख जगाते, क्यों इंग्लिश भाषी सम्मानित हैं ।। 

क्यों काम न करते अफसर हिन्दी में, क्यों अंग्रेजी में बतियाते हैं।
तौहीन करते हैं राष्ट्रभाषा की, क्यों हिन्दी को दूर भगाते हैं  ।। 
 

हिन्दी से सम्मान मिला है, हिन्दी से मिला है नाम। 
जब तक तन में सांस रहेगी, न लेंगे पूर्ण विराम ।।
 
सारी दुनिया में नाम हमारा, ले हिन्दी में लोग बुलाते हैं। 
हिन्दी जगत का राही हूं, सबको यही समझाते हैं  ।।
 
हिन्दी मेरी मात्र भाषा है, इसको दो सम्मान ।
जब तक तन में सांस रहेगी, न लेंगे पूर्ण विराम।।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

नवरात्रि में किया जाने वाला गरबा देवी की आराधना के साथ कैसे है एक बेहतरीन व्यायाम

गरबा क्वीन फाल्गुनी पाठक जिनके गानों के बिना अधूरा है नवरात्रि सेलिब्रेशन, जानिए कैसे हुई थी करियर की शुरुआत

राजगिरा के फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान, व्रत के अलावा भी खा सकते हैं इससे बने व्यंजन

ऑक्सिडाइज्ड ज्वेलरी : महिलाओं और लड़कियों के फेस्टिव लुक के लिए है परफेक्ट चॉइस

इस बार करवा चौथ पर पत्नी जी को दें ऐसा उपहार कि ये मौका बन जाए यादगार

सभी देखें

नवीनतम

उत्तर भारत के केला उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी

त्यौहारों के मौसम में इस तरह चुनें अपनी स्किन के लिए Perfect Foundation Shade

10 साल में 65 हजार Cyber Fraud, इंदौर में ही Digital Arrest के 27 केस, तैयार होंगे 5 हजार सायबर कमांडो

Immunity Booster : त्योहारों के दौरान महिलाएं ये चीजें खाकर बढ़ा सकती हैं अपनी इम्युनिटी

रात में अपनी त्वचा को करें विशेष देखभाल : घर पर बनाएं ये बेहतरीन Night Creams, जानिए इनकी आसान रेसिपी