कविता : मानवता

सुशील कुमार शर्मा
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।
 
प्रभु ने तुझको जनम दिया है,
तुझ पर ये उपकार किया है।
जिसने मानवता अपनाई,
उसने जीवन का उद्धार किया है।
 
छोड़ के सारे गोरखधंधे,
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।
 
मानवता है एक सवेरा,
न कुछ तेरा, न कुछ मेरा।
सब धर्मों से ऊंचा देखो,
दीन-दु:खी के मन का फेरा।
 
सेवा के लटका के फुंदे,
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।
 
मानवता है प्रभु का दर्शन,
दीन-दु:खी का करके अर्चन।
जीवन को तू सद्गति दे दे,
मानवता का कर पूर्ण समर्पण।
 
त्याग विचार ये सारे गंदे,
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।
 
सब धर्मों की सीख यही है,
जीवन की बस रीत यही है।
मानवता में बस जा मानुष,
हार नहीं है, जीत यही है।
 
बंद करो सब काले धंधे,
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।
 
चारों ओर है घुप्प अंधेरा,
कलुषित मन के कुत्सित 'डेरा'।
अब मानवता को कौन बचाए,
लाकर नूतन नया सवेरा।
 
कलुष विचार को करके मंदे,
मानवता अपना ले बंदे,
मिट जाएंगे सारे फंदे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

मैंगो फालूदा आइसक्रीम रेसिपी: घर पर बनाएं स्वादिष्ट आम फालूदा

युद्ध या आतंकवाद, सबसे ज्यादा घातक कौन?

4:3 डाइट: हफ्ते में सिर्फ 3 दिन डाइटिंग करके घटाएं वजन, जानिए कैसे करता है ये वेट लॉस प्लान कमाल

गर्मियों में घर पर बनाएं ठंडी और कूल वाटरमेलन आइसक्रीम, जानिए आसान रेसिपी

खीरे के साथ मिलाकर लगाएं ये चीजें, मिलेगा बेदाग निखार, हर कोई करेगा तारीफ

सभी देखें

नवीनतम

बच्चों की मनोरंजक कविता: ऊधम का घोड़ा

कच्चा या बॉयल्ड बीटरूट, आपकी सेहत के लिए कौन सा है ज्यादा सेहतमंद?

पर्यावरणीय नैतिकता और आपदा पर आधारित लघु कथा : अंतिम बीज

घर पर बनाएं कीवी आइसक्रीम, जानिए इस सुपरफ्रूट के 6 हेल्दी फायदे

कितनी तरह की होती है चाय? जानिए ये 6 प्रकार की चाय और इनके जबरदस्त हेल्थ बेनिफिट्स

अगला लेख