बरसात में

Webdunia
- आशा जाकड ़
WDWD
बरसात के अथाह समुद्र मे ं
पीड़ा का समुद्र उमड़ पड़ा।

नदी-नाल सब टूट पड़े,
सड़कों पर पानी का रेला,
बह रहा वर्षों का कचरा-मैला।

पेड़-पौधे नख-शिख तक भीग रहे,
स्नान कर चैन की साँस ले रहे ।

जीव-जंतु वृक्षों के नीचे,
दबे, कुचले आहें भर रहे,
मानो बच्चों की नावें तैर रहे।

अनगिनत पानी में समाधि ले गए,
कई घर छोड़ पलायन कर गए।

Show comments

भारत के विभिन्न नोटों पर छपीं हैं देश की कौन सी धरोहरें, UNESCO विश्व धरोहर में हैं शामिल

लोहे जैसी मजबूत बॉडी के लिए इन 5 आयरन से भरपूर फूड्स को अभी करें अपनी डाइट में शामिल

क्या हमेशा मल्टी ग्रेन आटे की रोटी खाना है सेहतमंद, जान लें ये जरूरी बात

7 चौंकाने वाले असर जो खाना स्किप करने से आपकी बॉडी पर पड़ते हैं, जानिए क्या कहती है हेल्थ साइंस

मानसून में डेंगू के खतरे से बचने के लिए आज ही अपना लें ये 5 आसान घरेलू उपाय

भारत के इन राज्यों में अल्पसंख्यक हैं हिंदू? जानिए देश के किस राज्य में सबसे कम है हिन्दू आबादी

क्या होता है तुगलकी फरमान? जानिए कहां से आया यह शब्द

'बेस्ट मैजिक क्रिएटर' अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं सुहानी शाह, जानिए कौन हैं ये माइंड रीडर

Traditional Hariyali Teej Recipes: हरियाली तीज के पारंपरिक व्यंजन, जानें इस पर्व पर क्या क्या बनता है?