वेलेंटाइन कविता : उसने मुझे चूमा

- ग्रॅब्रिएला मिस्त्राल की प्रेम कविता

Webdunia
ND
उसने मुझे चूमा
और अब मैं कोई और हू ं
धड़कनों में कोई और
जो मेरी नसों में धड़कता है
और वह सांसों में
घुल-मिल जाती
अब मेरी कोख
उतनी ही उदात्त
जितना मेरा हृदय
और फूलों की सांसों में
पाई जाती मेरी सांसें
यह सब उसके कारण
जो पलता कोख में मेरी
जैसे कि घास पर ओस।

अनुवाद- नरेंद्र जैन
( पहल की पुस्तिका ‘पृथ्वी का बिंब’ से साभार)
Show comments

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमनें तो इन 6 बातों का रखें ध्यान

गर्मियों में पीरियड्स के दौरान इन 5 हाइजीन टिप्स का रखें ध्यान

मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित करती है आयरन की कमी, जानें इसके लक्षण

सिर्फ 10 रुपए में हटाएं आंखों के नीचे से डार्क सर्कल, जानें 5 आसान टिप्स

कच्चे आम का खट्टापन सेहत के लिए है बहुत फायदेमंद, जानें 10 फायदे

मंगल ग्रह पर जीवन रहे होने के कई संकेत मिले

महिलाओं को पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते वक्त नहीं करना चाहिए ये 10 गलतियां

Guru Tegh Bahadur: गुरु तेग बहादुर सिंह की जयंती, जानें उनका जीवन और 10 प्रेरक विचार

मातृ दिवस पर कविता : जीवन के फूलों में खुशबू का वास है 'मां'

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमनें तो इन 6 बातों का रखें ध्यान