भादों और सावन में दही और मठा नहीं खाना चाहिए।
कार्तिक मास में करेला और बैगन नहीं खाना चाहिए।
श्रावण में हरी सब्जियां (जैसे पालक) नहीं खाना चाहिए।
भाद्रपद में दही नहीं खाना चाहिए।
श्रावण में हरड़ और कार्तिक में मूली स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है (श्रावण में जठराग्नि कम होने से पेट के बीमारियां ज्यादा होती हैं, इसलिए हरड़ खाना चाहिए)
भाद्रपद में दूध या दूध से बनी हुई खीर स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है, इससे शरीर का पित्त निकल जाता है ।