अनंत चतुर्दशी करें भगवान अनंत की पूजा और इस तरह बांधें बाजू पर धागा तो होगा शुभ

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Anant chaturdashi puja vidhi in hindi: अनंत चतुर्दशी पर भगवान अनंत की पूजा से संपूर्ण वर्ष शुभ रहता है। इस दिन उनके नाम का बाजू पर अनंत धागा भी बांधा जाता है। आओ जानते हैं कि किस तरह करते हैं भगवान अनंतदेव की पूजा और कैसे बांधते हैं अनंत नाम का धागा।
 
श्रीहरि विष्णु जी को क्यों कहते हैं भगवान अनंत?
  1. चतुर्मास में भगवान विष्णु शेषनाग की शैय्या पर शयन करते हैं।
  2. भगवान शेषानाग का एक नाम अनंत भी है। इसीलिए श्रीहरि को अनंत भी कहते हैं।
  3. विष्णुजी के वामन अवतार को ही भगवान अनंत कहते हैं।
  4. अनंत भगवान ने ही वामन अवतार में दो पग में ही तीनों लोकों को नाप लिया था। 
  5. इनके न तो आदि का पता है न अंत का इसलिए भी यह अनंत कहलाते हैं।
  6. अत: इनके पूजन से आपके सभी कष्ट समाप्त हो जाएंगे। 
 
कैसे करें भगवान अनंत की पूजा?
 
मंत्र
अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
 
मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ यदि कोई व्यक्ति श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करता है, तो उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण होती है। धन-धान्य, सुख-संपदा और संतान आदि की कामना से यह व्रत किया जाता है।
इस तरह बांधे अनंत सूत्र :-

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