Pyaj khane ke fayde aur nuksan: हिन्दू धर्म में उस वक्त को प्याज या लहसुन खाने का मना किया जाता है जो धर्म के मार्ग पर चल रहा है या जो किसी भी प्रकार का व्रत रख रहा है। यदि आप प्याज खाने के शौकीन हैं तो जानिए कि आखिर प्याज खाने से क्या फायदा होगा और क्या है इसका नुकसान यह जरूर जान लेना चाहिए।
भोजन के तीन प्रकार होते हैं- 1.सात्विक 2.राजसिक और 3. तामसिक। जिस भोजन को करने से मुंह से दुर्गंध आती हो वह भोजन तामसिक ही माना जाता है। लहसुन और प्याज को राजसिक और तामसिक भोजन में शामिल किया गया है, जो आपके भीतर रक्त के प्रभाव को बढ़ाने या घटाने की क्षमता रखते हैं। इसलिए इसे वे लोग नहीं खाते हैं जो धर्म के मार्ग पर चलकर ध्यान, तप, योग या व्रत कर रहे हैं। श्रीमद् भगवद्गीता में 17वें अध्याय में भी कहा गया है व्यक्ति जैसा भोजन खाता है, वैसी अपनी प्रकृति (शरीर) का निर्माण करता है।
प्याज पर पौराणिक मान्यता : भगवान विष्णु द्वारा राहु और केतू के सिर काटे जाने पर उनके कटे सिरों से अमृत की कुछ बूंदे जमीन पर गिर गईं, जिनसे प्याज और लहसुन उपजे। यह दोनों खाद्य पदार्थ अमृत की बूंदों से उपजे हैं इसलिए यह रोगों और रोगाणुओं को नष्ट करने में अमृत समान भी हैं और यह राक्षसों के मुख से होकर गिरे हैं इसलिए इनमें तेज गंध है और ये अपवित्र भी हैं। इसका औषधि और मसालों के रूप में सेवन अमृत के समान है परंतु इसका अति सेवक करना तामसिक गुणों को विकसित करना है। अत: कहा जाता है कि जो भी प्याज और लहसुन खाता है उनका शरीर राक्षसों के शरीर की भांति मजबूत तो हो जाता है लेकिन साथ ही उनकी बुद्धि और सोच-विचार राक्षसों की तरह दूषित भी हो जाते हैं।
प्याज खाने के फायदे- pyaj khane ke fayde:
प्याज खाने से रोगों और रोगाणु नष्ट हो जाते हैं।
यह डायबिटीज में लाभदायक है, रक्त में शर्करा बनने से रोकता है।
यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
यह मुख का संक्रामणों को खत्म करता है।
यह कैंसर की रोकथाम में भी फायदेमंद है।
यह यौन स्वास्थ्य के लिए भी फशयदेमंद है।
हड्डियों की मजबूती के लिए भी प्याज खाना जरूरी है।
गर्मी में प्याज खाने से लू नहीं लगती है और पाचन सही रहता है।
प्याज खाने के नुकसान- Pyaj khane ke nuksan :-
ज्यादा प्याज खाने से गैस, डकार और अपच की समस्या हो जाती है।
ज्यादा प्याज खाने से मुंह से तेज दुर्गंध आती है और कफ भी बनता है।
इसको खाने से सिर में दर्द भी पैदा होता है और मस्तिष्क में कमजोर आ जाती है।
इसको खाने से मन में बैचेनी बढ़ जाती है और आलस्य भी बढ़ जाता है।
यह कामेच्छा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ होते हैं।
ये रक्त की चाल और हार्मोन्स को प्रभावित करते हैं।
यह मधुमेह रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं को प्याज नहीं खाना चाहिए।
ज्यादा प्याज खाने से त्वचा में एलर्जी हो सकती है।
(यह सामग्री परम्परागत रूप से प्राप्त जानकारी पर आधारित है, वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता, पाठक स्वविवेक से निर्णय लें।)