सामान्य तौर पर घर के आकार में एलआईजी, एमआईजी और एचआईजी टाइप शामिल है। 15-20 हजार रुपए के बजट की बात करें तो इसमें संभव है कि आप अपनी पसंद के मुताबिक अपने घर के इंटीरियर को बेहतर लुक दे सकते हैं। श्री गोयल कहते हैं कि जरूरी नहीं, इंटीरियर बदलाव में हर चीजें नई ही हों, पुरानी चीजों का अरेंजमेंट भी ऐसे किया जा सकता है जो एकदम नया लुक देंगे।
घर के मनपसंद इंटीरियर डेकोरेशन में अक्सर बजट आड़े आ जाता है। कम से कम बजट में अपने घर का इंटीरियर कैसे बदलें यह किसी बड़ी उलझन से कम नहीं है। इंटीरियर में घर का साइज और बजट तो खास मायने रखता ही है, आपकी पसंद भी मायने रखती है। ऐसा कौन सा तरीका अपनाएं कि कम बजट में आपके घर का इंटीरियर भी बदल जाए और आपकी ख्वाहिश भी पूरी हो जाए। आपकी इसी उलझन को सुलझाने के लिए इंटीरियर डिजाइनर्स दे रहें हैं कुछ जरूरी सलाह।
परदे और कलर्स पर दें ध्यान घर को खूबसूरत बनाने में परदों और दीवारों के कलर्स का विशेष महत्व है। यदि आप एलआईजी और एमआईजी टाइप घरों में रहते हैं और आपका इंटीरियर का बजट 15 हजार तक है तो ज्यादा प्रयोग करने से बचें। एलआईजी और एमआईजी टाइप घरों के लिए यह जरूरी है कि आप दीवारों का रंग सफेद रखें, ताकि आप जिस भी रंग के परदे लगाएं वह उससे मेल खा सकें। यदि सफेद रंग पसंद नहीं है तो हल्के रंगों का उपयोग करें। लिविंग रूम में आप स्ट्राइप्स या चेक वाले परदे लगाएं, यह ज्यादा महंगे भी नहीं है।
ड्राइंग रूम में एक ही रंग के परदे लगाएं, यह बेहतर लुक देंगे। यहां गहरे रंग का कालीन बिछा दें, साथ ही सोफे पर कुशन सजा दें। इस बजट में फर्नीचर और बहुत ज्यादा एसेसरीज बदल पाना संभव नहीं होगा। दीवारों के रंगों के लिए भी महंगे पेंट्स के बजाए डिस्टेंपर यूज में लाएं।
एचआईजी टाइप घरों के लिए यदि बजट 20 हजार तक है तो परदों के साथ ही दीवारों के कलर्स में भी प्रयोग किए जा सकते हैं। इसमें आप दो लेयर वाले परदे से लेकर जूट और सिल्क के परदे तक चयन कर सकते हैं यह बड़े कमरों में अलग ही लुक देंगे। वहीं, फेब्रिक में कॉटन, सिल्क और लेदर ट्रेंडी लगेंगे। फर्नीचर के लिए गहरे रंगों में सिल्क फैब्रिक को प्राथमिकता दें। वहीं, दीवारों को आकर्षक बनाने के लिए पेंटिंग से हटकर सुंदर और आकर्षक वालपेपर्स का उपयोग करें। फर्श को रॉयल लुक देने के लिए प्लास्टिक बेस फ्लोरिंग उपयोग में लाएं। इस बजट में प्लास्टिक पेंट भी बेहतर ऑप्शन हैं।
डिजाइनदार कुशन देंगे नया लुक कमरे में यदि फर्नीचर की संख्या कम है और वह खाली-खाली लग रहें हो तो अलग-अलग डिजाइन के कुशन उपयोग में लाए जा सकते हैं। एलआईजी व एमआईजी टाइप कमरों में छोटे-ब़ड़े आकार के मिले-जुले कुशन एथनिक लुक देंगे। ये कुशन आजकल मिरर वर्क, क़ढ़ाई, बीड वर्क, एप्लिक वर्क, डोरी वर्क आदि में आते हैं।
घर की सुंदरता के लिए आप जमीन में रखने वाले कुशन भी ले सकते हैं। घर की सजावट में आप पेंटिंग भी शामिल कर सकते हैं। यह बहुत ज्यादा महंगे नहीं होते। वहीं, एचआईजी मकानों के लिए ट्रेंडी कारपेट, रग्स और कालीन उपयोग में लाए जा सकते हैं। लिविंग रूम बड़ा है तो इसमें स्टैचू रखे जा सकते हैं। वाटर फाउंटेन डेकोरेटिव पीस भी ट्राई कर सकते हैं।
किचन को दें मॉड्यूलर अंदाज मॉडयूलर किचन की चाहत तो आपकी भी होगी। चूंकि इस बजट में किचन को मॉड्यूलर नहीं बनाया जा सकता, इसलिए डिश रैक्स, हुक्स, वायरिंग केसेस व बॉक्स आदि ऐसेसरीज बाजार से खरीद लाएं जो किचन को मॉडयूलर लुक देंगे। आप इन्हें ट्राई कर सकते हैं।
सजावटी समान इंटीरियर में सजावटी वस्तुओं का भी विशेष महत्व है। खासकर ग्लास और ब्रास की बनी चीजें इंटीरियर पर चार चांद लगा देती हैं। इसमें भी महंगे स्पेशल पीस को हाइलाइट करने के लिए उसमें लाइटिंग इफेक्ट दिया जा सकता है। घर की सजावट में एंटीक और आर्ट पीसेज को शामिल करें। लक़ड़ी और मेटल से बनी वस्तुएं भी शामिल की जा सकती हैं।
रोशनी के लिए डेकोरेटिव टेबल लैंप और स्टैंडिंग लैंप लगाएं। सिल्क प्लांट भी लगा सकते हैं, यह देखने में खूबसूरत, सस्ते और टिकाऊ होते हैं। घर के अंदर यदि सीढ़ियां है तो हैंगिंग गार्डन या गमला रखा जा सकता है।
लाइटिंग होम डेकोरेशन में लाइटिंग काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह क्लासी होने के साथ-साथ हैवी न हो। घर कैसा भी क्यों न हो इसमें बेडरूम यह घर का मुख्य भाग होता है। इसलिए, बेडरूम के लिए सॉफ्ट शूदिंग रोशनी ही चुनें। इससे आप रिलेक्स महसूस करेंगे और आपका मन प्रसन्नता का अनुभव करेगा।
बेड, कबर्ड और आइने के लिए अलग-अलग लाइट रखें। लिविंग रूम में फोकल लाइटिंग का इस्तेमाल करें। घर के किसी कोने को उभारने के लिए ट्रेक लाइट उपयोग में लाएं। स्टाइलिश लुक के लिए फेयरी लाइट्स बेहतर है। यदि आप झूमर लगा रहे हैं तो इसके साथ दूसरे लाइट उपयोग न करें। किचन में हमेशा व्हाइट लाइट का ही उपयोग करें, ताकि देखने में आसानी हो। डायनिंग रूम में कभी भी ब्राइट कलर की लाइट न लगाएं।