नया आशियाना और वास्तु टिप्स

Webdunia
ND
वास्तुशास्त्र के अनुसार भूखण्ड में उत्तर, पूर्व तथा उत्तर-पूर्व दिशा में खुला स्थान अधिक रखना चाहिए।

भवन निर्माण करते समय दक्षिण और पश्चिम दिशा में खुला स्थान कम रखें।

बॉलकनी या बरामदे के रूप में खुला स्थान उत्तर-पूर्व में ज्यादा रखें।

घर-परिवार में सुख-समृद्धि हेतु बरामदा या बालकनी उत्तर-पूर्व में ही निर्मित करना शुभ होता है।

भवन निर्माण करते समय मकान में खुली छत पूर्व तथा उत्तर दिशा में रखनी चाहिए।

जब दो मंजिला भवन निर्माण की योजना बना रहे हों, तो ध्यान में रखें कि दक्षिण व पश्चिम की अपेक्षा पूर्व व उत्तर की ऊंचाई कम होनी चाहिए।

मकान में उत्तर तथा पूर्व दिशा में सर्वाधिक दरवाजे तथा खिड़कियों को लगवाएं।

जहां तक संभव हो सके दरवाजे तथा खिड़कियों की संख्या समरूप में रखें- जैसे 2, 4, 6, 8 आदि। विषम संख्याएं होती हैं- 1, 3, 5, 7, 9 आदि उनसे बचें।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

अगर आप भी बच्चे के बढ़ते वज़न से हैं परेशान तो हो जाइये सावधान, इन बीमारियों का हो सकता है खतरा

क्या आपका बच्चा भी हो रहा है चिड़चिड़ेपन का शिकार तो बच्चे के शरीर में हो सकती है ये कमी

क्या शिशु को रोजाना नहलाना सही है? जानें रोज नहाने से शिशु की हेल्थ पर क्या पड़ता है असर

प्रेग्नेंसी में जंक फूड खाना हो सकता है जोखिम भरा, जानिए हेल्दी स्नैकिंग के 7 आसान टिप्स

बालों में चाहिए सैलून जैसी नमी? अपनाएं ये घरेलू नुस्खा

सभी देखें

नवीनतम

सर्दियों में नाखूनों के रूखेपन से बचें, अपनाएं ये 6 आसान DIY टिप्स

क्या IVF ट्रीटमेंट में नॉर्मल डिलीवरी है संभव या C - सेक्शन ही है विकल्प

कमर पर पेटीकोट के निशान से शुरू होकर कैंसर तक पहुंच सकती है यह समस्या, जानें कारण और बचाव का आसान तरीका

3 से 4 महीने के बच्चे में ये विकास हैं ज़रूरी, इनकी कमी से हो सकती हैं समस्याएं

क्या सच में खड़े होकर पानी पीने से खराब हो जाते हैं घुटने? जानिए सच्चाई