जब लगती है बार-बार प्यास

Webdunia
ND

गर्मी के मौसम में शरीर का जल का अंश कम हो जाता है, वातावरण की गर्मी व धूप से वह तपने लगता है। ऐसे में प्यास बढ़ जाती है, बार-बार पानी पीने से भी प्यास शांत नहीं होती, ऐसे में निम्नलिखित प्रयोग करें-

पानी में शहद मिलाकर कुल्ला करने या लौंग को मुँह में रखकर चूसने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है।

अनन्नास का ऊपरी छिलका और भीतरी कठोर भाग निकाल कर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर, इन टुकड़ों को पानी में पकाकर नरम बनाएँ और फिर चीनी की चाशनी बनकर उसमें डाल दें। इस मुरब्बे का सेवन करने से प्यास बुझती है तथा शरीर की जलन शांत होती है, इससे हृदय को बल मिलता है।

गाय के दूध से बना दही 125 ग्राम, शकर 60 ग्राम, घी 5 ग्राम, शहद 3 ग्राम व काली मिर्च-इलायची चूर्ण 5-5 ग्राम लें। दही को अच्छी तरह मलकर उसमें अन्य पदार्थों को मिलाएँ और किसी स्टील या कलई वाले बर्तन में रख दें। उसमें से थोड़ा-थोड़ा दही सेवन करने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है।

जौ के भुने सत्तू को पानी में घोलकर, उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर पतला-पतला पीने से भी प्यास शांत होती है।

चावल के मांड में शहद मिलाकर पीने से भी तृष्णा रोग में आराम मिलता है।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सेब के सिरके से केमिकल फ्री तरीके से करिए बालों की समस्या का समाधान

बच्चों के सिर में हो गई हैं जुएं तो ये घरेलू नुस्खे आजमाकर देखें, आसानी से मिलेगा छुटकारा

धूप से खो गया है हाथ-पैर का निखार, तो आजमाएं ये घरेलू नुस्खे

श्री कृष्ण को बहुत पसंद है ये हरी सब्जी, जानें इसके क्या है गुण

सेहत के लिए चमत्कार से कम नहीं जंगली रसगुल्ला! जानें 5 बेहतरीन फायदे

सभी देखें

नवीनतम

Munishri Tarun Sagarji : क्रांतिकारी संत मुनिश्री तरुणसागरजी की जयंती, जानें जीवन परिचय

इन संकेतों से जानें कि आ गया है तकिया बदलने का समय, क्या होंगे इसके फायदे

इन 5 लोगों को ज़रूर करवाना चाहिए Pedicure, सेहत के लिए है फायदेमंद

क्या आपके भी बच्चे भूख लगने पर चिप्स और चॉकलेट खाना पसंद करते हैं! जानिए क्या हो सकते हैं कारण

गर्मियों में क्यों नहीं करते तांबे के बर्तनों का इस्तेमाल? जानें असली वजह