01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में

WD Feature Desk
बुधवार, 1 मई 2024 (13:24 IST)
maharashtra Diwas
 
 
HIGHLIGHTS
 
• आज महाराष्ट्र और गुजरात दोनों ही राज्यों का स्थापना दिवस है।
• एक मई के दिन ही यह राज्य के रूप में अस्तित्व में आए थे।
• महाराष्ट्र और गुजरात स्थापना दिवस के बारे में जानिए।  
 
Foundation Day of Maharashtra-Gujarat : आज महाराष्ट्र एवं गुजरात का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं इस दिन के बारे में खास जानकारी...
 
1. प्रतिवर्ष 01 मई को महाराष्ट्र-गुजरात राज्य स्थापना दिवस मनाया जाता है। 
 
2. यह दिन महाराष्ट्र एवं गुजरात में बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है, क्योंकि 63 वर्ष पहले आज ही के दिन दोनों राज्यों की नींव रखी गई थी। 
 
3. महाराष्ट्र आज भी सांस्कृतिक और समृद्धि से जुड़ा तथा परंपरा और निरंतर प्रगति के रूप में खड़ा है, जो कि दुनिया में एकता का प्रतीक है। 
 
4. इस दिन के इतिहास के बारे में कहा जाता हैं कि 1 मई 1960 को मराठी एवं गुजराती भाषियों के बीच हुए संघर्ष के कारण ही मुंबई राज्य का बंटवारा किया गया था, तथा महाराष्ट्र एवं गुजरात नामक दो राज्यों की स्थापना की गई थी। 
 
5. आपको बता दें कि ये राज्य पहले अलग नहीं थे तथा 1 मई 1960 को बॉम्बे प्रेसिडेंसी से अलग होकर भाषाई आधार पर महाराष्ट्र तथा गुजरात की अलग-अलग राज्यों के रूप में स्थापना की गई थी। उससे पहले गुजरात और महाराष्ट्र बॉम्बे प्रांत का ही हिस्सा रहे थे। तब भारत की संसद में बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम को पारित करने के पश्चात इन्हें दो अलग-अलग राज्यों में बांटने का फैसला किया था। 
 
6. इस तरह महाराष्ट्र राज्य की स्थापना 1 मई 1960 को हुई थी और द्विभाषी बॉम्बे राज्‍य का गठन होने के बाद गुजरात राज्‍य भी 1 मई 1960 को अलग राज्य के रूप में अस्तित्‍व में आया। 
 
7. बता दें कि गुजरात में अधिकांश समय गुर्जर जनजाति के लोगों ने राज किया अत: गुजरात का प्राचीन नाम 'गुर्जरत्रा' है। तथा आजादी के समय महाराष्ट्र राज्य को बॉम्बे स्टेट के नाम से जाना जाता था। 
 
8. 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य स्थापित हुआ, जिसकी राजधानी मुंबई को बनाया गया। 
 
9. और गुजरात की राजधानी गांधीनगर है, जो भारत के गुजरात राज्य के गांधीनगर जिले में स्थित एक नगर है। 
 
10. इसी तरह गुजरात राज्य दिवस भी अपनी समृद्धता, सांस्कृतिक विरासत, उपलब्धियों के साथ जुड़ा हुआ है तथा यह एकता का प्रतीक है।
 
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