Festival Posters

Human Rights Day:10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस क्यों मनाया जाता है?

WD Feature Desk
बुधवार, 10 दिसंबर 2025 (09:15 IST)
Significance of Human Rights Day: मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर को मनाया जाता है ताकि हम मानवाधिकारों के महत्व को समझें और उनकी रक्षा करने की जिम्मेदारी निभाएं। यह दिवस हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता, समानता, और न्याय हर व्यक्ति का अधिकार है और हमें इन्हें सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम करना चाहिए। इस दिन के माध्यम से हम समानता, न्याय, और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे उन लोगों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाई और संघर्ष किया।
 
यह दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (Universal Declaration of Human Rights) के अपनाए जाने की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है। यह दस्तावेज़ संयुक्त राष्ट्र द्वारा 10 दिसंबर 1948 को पेरिस में आयोजित महासभा में अपनाया गया था। इसे आकार देने में रेने कैसिन और एलेनोर रूजवेल्ट को महत्वपूर्ण माना जाता है, जिन्होंने 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा के मसौदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसे एक अंतरराष्ट्रीय समिति द्वारा तैयार किया गया था।
 
मानवाधिकार दिवस का महत्व और कारण:
 
1. मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा: संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर, 1948 को मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा को अपनाया। यह घोषणा पूरी दुनिया के सभी देशों के लिए एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गई, जो बताता है कि हर व्यक्ति को जन्म से लेकर मृत्यु तक कुछ मूलभूत अधिकार प्राप्त हैं, जिन्हें किसी भी परिस्थिति में छीना नहीं जा सकता। इस अधिकारों की सूची बहुत व्यापक है, जिसमें जीवन, स्वतंत्रता, और सुरक्षा का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, समानता का अधिकार, रोजगार का अधिकार, और धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता शामिल हैं।
 
2. जागरूकता और शिक्षा का उद्देश्य: मानवाधिकार दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों में मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस दिन को मनाने से दुनिया भर के लोग यह समझ पाते हैं कि मानवाधिकारों का उल्लंघन हर स्थान पर हो सकता है, और इसके लिए हमें एकजुट होकर कार्य करना होगा। यह दिन यह भी सुनिश्चित करता है कि सरकारें और संस्थाएँ मानवाधिकारों को संरक्षण देने के लिए अपने क़ानूनी और नीतिगत कदम उठाएं।
 
3. समानता, न्याय और स्वतंत्रता का समर्थन: यह दिन दुनियाभर में समानता, न्याय और स्वतंत्रता के सिद्धांतों का समर्थन करता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी व्यक्ति को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता, चाहे वह किसी भी वर्ग, जाति, लिंग, धर्म या राष्ट्रीयता से हो।
 
4. मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाना: मानवाधिकार दिवस इस बात को भी उजागर करता है कि दुनिया में कहीं न कहीं, कई देशों में लोग अधिकारों से वंचित हैं। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जो शोषण, उत्पीड़न, या युद्ध से पीड़ित हैं। इस दिन पर कई कार्यक्रमों के माध्यम से उनके अधिकारों की रक्षा की ओर ध्यान केंद्रित किया जाता है।
 
मानवाधिकार दिवस के प्रमुख उद्देश्य:
 
1. मानवाधिकारों की शिक्षा और जागरूकता बढ़ाना: यह दिन दुनिया भर में मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। यह हमें याद दिलाता है कि मानवाधिकार सिर्फ कागजों पर नहीं होने चाहिए, बल्कि इनका वास्तविक पालन भी होना चाहिए।
 
2. मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ संघर्ष करना: यह दिन उन लोगों को सम्मानित करने का अवसर भी है, जो मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
 
3. मानवाधिकारों का सम्मान और संरक्षण: हर व्यक्ति को अपने अधिकारों का सम्मान और संरक्षण मिलना चाहिए। मानवाधिकार दिवस इस उद्देश्य को बढ़ावा देता है कि सरकारें, संगठन और नागरिक मिलकर मानवाधिकारों का पालन और संरक्षण करें।
 
मानवाधिकार दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) 10 दिसंबर, 1948 को पेरिस में अपनाई गई थी। इस घोषणा को अपनाने के बाद, दुनिया भर में मानवाधिकारों के संरक्षण की दिशा में कई सकारात्मक कदम उठाए गए। 1948 में जब यह घोषणा अपनाई गई, तब दुनिया में विभिन्न जगहों पर युद्ध, शोषण, और उत्पीड़न की स्थितियां थीं। मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा का उद्देश्य मानवता के मूल अधिकारों को सुनिश्चित करना था, ताकि प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्रता, समानता, और न्याय मिले।
 
मानवाधिकार दिवस कैसे मनाया जाता है?
• संगोष्ठियां और सम्मेलन: इस दिन को लेकर विभिन्न देशों में संगोष्ठियां, सेमिनार और सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं, जिसमें मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ बात की जाती है और उनके संरक्षण की दिशा में कदम उठाए जाते हैं।
 
• विरोध प्रदर्शन: मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी किए जाते हैं। इन प्रदर्शनों में लोग ऐसे देशों या स्थानों का विरोध करते हैं, जहां मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
 
• मानवाधिकार पुरस्कार: इस दिन के अवसर पर मानवाधिकार पुरस्कार भी दिए जाते हैं, जिनके द्वारा उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए उल्लेखनीय काम किया है।
 
• ऑनलाइन जागरूकता: डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं, जिसमें लोग मानवाधिकारों के बारे में जानकारी साझा करते हैं।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Kids Winter Care: सर्दी में कैसे रखें छोटे बच्चों का खयाल, जानें विंटर हेल्थ टिप्स

Winter Health Tips: सर्दियों में रखना है सेहत का ध्यान तो खाएं ये 5 चीजें

Sixty Plus Life: 60 साल की उम्र में BP बढ़ने पर हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी का खतरा सबसे ज्यादा, जानें कैसे बचें?

Winter Recpe: सर्दियों में रहना है हेल्दी तो बनाएं ओट्स और मखाने की स्वादिष्ट चिक्की, मिलेंगे कई सेहत फायदे

Winter Superfood: सर्दी का सुपरफूड: सरसों का साग और मक्के की रोटी, जानें 7 सेहत के फायदे

Human Rights Day:10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस क्यों मनाया जाता है?

मेंटल हेल्थ स्ट्रांग रखने के लिए रोजाना घर में ही करें ये 5 काम

Traditional Punjabi Recipe: कैसे बनाएं पारंपरिक पंजाबी भोजन सरसों का साग और मक्के की रोटी

Health Benefits of Roasted Potatoes : भुने आलू खाने से हेल्थ को मिलते हैं ये 6 सेहतमंद फायदे

Maharaja Chhatrasal: बुंदेलखंड के महान योद्धा, महाराजा छत्रसाल, जानें उनसे जुड़ी 10 अनसुनी बातें

अगला लेख