पेशवा बाजीराव की ये leadership skills आपको ज़रूर जानना चाहिए

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'चीते की चाल, बाज़ की नज़र और बाजीराव की तलवार पर संदेह नहीं करते। कभी भी मात दे सकती है।' बाजीराव मस्तानी फिल्म का यह फेमस डायलॉग तो आपने सुना ही होगा। पेशवा बाजीराव, मराठा साम्राज्य के एक महान पेशवा थे। इन्हें बाजीराव प्रथम भी कहा जाता है। पेशवा बाजीराव का जन्म 18 अगस्त 1700 में एक भट्ट परिवार में हुआ था। पेशवा का अर्थ होता है प्रधानमंत्री। पिता की मृत्यु के बाद बाजीराव को 20 साल की उम्र में ही पेशवा का पद सौंप दिया गया। पेशवा बाजीराव एक महान यौद्धा के साथ लीडर भी थे। आज के समय में हमें पेशवा बाजीराव से कई ऐसी बातें सीखनी की ज़रूरत है जो हमारे करियर के साथ लाइफ की ग्रोथ के लिए भी ज़रूरी है। चलिए जानते हैं उनकी कुछ विशेषताओं के बारे में.....
 
1. विज़न से ज्यादा मिशन पर काम करना: किसी भी चीज़ को हासिल करने के लिए विज़न होना बहुत ज़रूरी है। आज के समय में लोग विज़न की ओर ज्यादा काम करते हैं और अपने भविष्य को एक विज़न के ज़रिए प्लान करते हैं। बाजीराव का सपना मुगलों पर विजय प्राप्त कर मराठा साम्राज्य को पूरे भारत पर राज करने का था। उस समय यह विज़न कई राजाओं का था पर बाजीराव ने अपनी विशेषता के कारण इसे सफल बनाया। उनकी कुछ खास विशेषताएं जैसे;

2. कलीग्स पर भरोसा करना: लीडर हमेशा अपने काम को लेकर क्लियर, कॉंफिडेंट और निडर होते हैं पर वह वादे को पूरा करने के लिए अपने कलीग्स पर डिपेंड रहते हैं। लीडर को हमेशा यह भ्रम होता है कि वो सही काम कर रहे हैं पर अच्छा लीडर हमेशा अपने सहयोगी की बात सुनता और समझता है। पेशवा बाजीराव भी अपनी सेना पर भरोसा करते थे जिसके कारण वो इतने महान लीडर थे। आपको बाजीराव से ये बातें सीखनी चाहिए;
3. अपने टैलेंट के ज़रिए कुछ भी कर सकते हैं: हर किसी के पास एक जूनून और लक्ष्य होता है। बाजीराव को पेशवा बनने के लिए टेस्ट किया गया। उनसे कहा गया कि क्या वह मोर पंख को विभाजित करने के लिए अपना तीर चला सकता है। बाजीराव ने अपने टैलेंट के ज़रिए अपने विज़न को पूरा किया। आप अपने पैशन को जाने और उस चीज़ पर काम करें। साथ ही अपने वीक पॉइंट पर भी लगातार काम करते रहें। 
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