आचार्य महाश्रमण जी का 50वां दीक्षा दिवस, जानें उनका जीवन

WD Feature Desk
बुधवार, 22 मई 2024 (09:35 IST)
Acharya Mahashraman
 

Highlights : 
जैन श्वेतांबर तेरापंथ के ग्यारहवें संत। 
आचार्य महाश्रमण का दीक्षा दिवस। 
आचार्य महाश्रमण का जन्म कब हुआ।  

ALSO READ: Nautapa 2024 date: 25 मई से 2 जून तक रहेगा नौतपा, रहें सावधान
 
Acharya Mahashraman: आज, 22 मई को आचार्य महाश्रमण जी का 50वां दीक्षा वर्ष मनाया जा रहा है, जिसे आचार्य महाश्रमण दीक्षा कल्याणक महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। उनका यह दीक्षा महोत्सव महाराष्ट्र के जालना में मनाया जाएगा, जिसमें कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना है। इस दिन कई स्थानों पर धार्मिक आयोजन होंगे और करीबन 800 जगहों पर यह उत्सव मनाया जाएगा।  
 
तेरापंथ के ग्यारहवें आचार्य, आचार्य महाश्रमण का जन्म 13 मई 1962 को राजस्थान के चुरू जिले के सरदारशहर में हुआ। 
 
आचार्य श्री तुलसी की आज्ञा से और मुनि सुमेरमल जी लाडनूं के हाथों मात्र 12 वर्ष की उम्र में वे दीक्षित हुए। 
 
आचार्य महाश्रमण 9 सितंबर 1989 में इन्हें महाश्रमण के पद पर मनोनीत हए।
 
वे आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी के महाप्रयाण के बाद 9 मई 2010 को तेरापंथ के ग्यारहवें आचार्य के पद पर प्रतिष्ठित हुए। 
 
आचार्य श्री महाश्रमण जी सैकड़ों साधु-साध्वियों का नेतृत्व भी कर रहे हैं। अहिंसा के प्रखर प्रवक्ता हैं। उनके व्यक्तित्व में अध्यात्म दर्शन,  संस्कृति को जीवंतता तथा अहिंसा यात्रा दुनिया को सांप्रदायिक सौहार्द एवं सद्भावना का सन्देश दे रही हैं। तनावमुक्त जीवन और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण करने में उनका प्रमुख योगदान है।  
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

तंत्र साधना और अघोरियों के गढ़ माने जाने वाले कामाख्या मंदिर के रहस्य जानकर हो जाएंगे दंग

देवी का ऐसा मंदिर जहां नहीं है कोई मूर्ति, पवित्र अग्नि की होती है पूजा

Shani Gochar : क्रूर ग्रह शनि करेंगे शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश, 4 राशियों की बदल जाएगी किस्मत

Sukra Gochar : शुक्र ने बनाया केंद्र त्रिकोण राजयोग, 6 राशियों को नौकरी में मिलेगा प्रमोशन

Sarvapitri amavasya 2024: सर्वपितृ अमावस्या पर इन 12 को खिलाएं खाना, पितृदोष से मिलेगी मुक्ति

सभी देखें

धर्म संसार

25 सितंबर 2024 : आपका जन्मदिन

महंत रवीन्द्र पुरी का मंदिरों में लड्डू की जगह इलायची दाना और मिश्री प्रसाद बांटने का सुझाव

25 सितंबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

नवरात्रि में चेहरे की चमक को बनाए रखेंगी ये 5 गजब की Festive Skincare Tips

Jitiya Vrat: जितिया व्रत 2024, जानें जीवित्पुत्रिका पर्व के बारे में

अगला लेख