सत्य साईं महाप्रयाण दिवस, जानें जीवन परिचय और उनके चमत्कार के बारे में

WD Feature Desk
मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 (15:25 IST)
Sathya Sai Baba Punyatithi : 24 अप्रैल को सत्य साईं बाबा का महाप्रयाण दिवस है। उन्होंने 24 अप्रैल, 2011 को अपना भौतिक शरीर त्याग दिया था और इस दिन को उनके भक्त बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं। इस अवसर पर, आइए जानते हैं उनके जीवन परिचय और कुछ कथित चमत्कारों के बारे में...ALSO READ: पूर्णिमा वाला वट सावित्री व्रत कब रखा जाएगा, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त
 
संक्षिप्त जीवन परिचय :
 
जन्म: सत्य साईं बाबा का जन्म 23 नवंबर, 1926 को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी नामक गांव में हुआ था। उनका बचपन का नाम सत्यनारायण राजू था।
 
बचपन: बचपन से ही सत्य साईं बाबा असाधारण प्रतिभा और आध्यात्मिक झुकाव वाले बालक थे। वे भक्ति संगीत, नृत्य और नाटकों में निपुण थे।
 
अवतार की घोषणा: 20 अक्टूबर, 1940 को, 14 वर्ष की आयु में, उन्होंने घोषणा की कि वे शिरडी साईं बाबा के पुनर्जन्म हैं और उनका मिशन मानवता का आध्यात्मिक उत्थान करना है। इसी दिन उन्होंने अपना घर त्याग दिया और 'साईं' के रूप में जाने गए।
 
आश्रम और शिक्षा: उनके अनुयायियों ने पुट्टपर्थी में उनके लिए एक आश्रम बनाया, जिसे प्रशांति निलयम यानी दिव्य शांति का निवास कहा जाता है। उन्होंने सत्य साईं शिक्षा संस्थानों की स्थापना की, जो मुफ्त शिक्षा प्रदान करते हैं और मानव मूल्यों पर जोर देते हैं। उन्होंने मुफ्त अस्पताल और पेयजल परियोजनाएं भी शुरू कीं।
 
वैश्विक अनुयायी: सत्य साईं बाबा के दुनिया भर में लाखों अनुयायी थे, जो विभिन्न धर्मों के हैं, जो उन्हें एक आध्यात्मिक गुरु और दिव्य अवतार के रूप में मानते थे।
 
महाप्रयाण दिवस: 24 अप्रैल, 2011 को 84 वर्ष की आयु में पुट्टपर्थी में उनका निधन हुआ। इस दिन को महाप्रयाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।ALSO READ: जानिए, पोप फ्रांसिस से जुड़ी 7 बड़ी बातें...
 
सत्य साईं बाबा के कथित चमत्कार जानें : 
सत्य साईं बाबा के भक्तों ने कई चमत्कारी घटनाओं का अनुभव करने का दावा किया था। इनमें से कुछ कथित चमत्कार इस प्रकार हैं:
 
1. विभूति और अन्य वस्तुओं का प्रकट होना: भक्तों का मानना है कि सत्य साईं बाबा हवा में से विभूति/ पवित्र राख, अंगूठियां, हार और घड़ियां जैसी छोटी वस्तुओं को प्रकट कर सकते थे।
 
2. रोगों का निवारण: कई लोगों ने दावा किया कि सत्य साईं बाबा ने गंभीर बीमारियों को ठीक किया, जिन्हें डॉक्टरों ने लाइलाज घोषित कर दिया था।
 
3. पुनरुत्थान: कुछ कहानियां ऐसी भी हैं जिनमें लोगों को मृत्यु से वापस जीवन मिलने का दावा किया गया है।
 
4. प्रकृति पर नियंत्रण: भक्तों ने दावा किया कि उन्होंने मौसम को नियंत्रित करने और पानी को भोजन में बदलने जैसे चमत्कार देखे हैं।
 
5. सर्वज्ञता और सर्वव्यापकता: कई अनुयायियों का मानना था कि सत्य साईं बाबा सर्वज्ञ थे और एक ही समय में कई स्थानों पर प्रकट हो सकते थे। आपको बता दें कि ये चमत्कार भक्तों की आस्था और व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित हैं। इसकी वैज्ञानिक रूप से इनकी पुष्टि नहीं हुई है।
 
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