Ganga Saptami 2021: मां गंगा के 4 कल्याणकारी शुभ मंत्र

Webdunia
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी मनाई जाती है। गंगा सप्तमी गंगा मैया के पुनर्जन्म का दिन है, इसलिए इसे कई स्थानों पर गंगा जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। यह पर्व 18 मई को मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म में गंगा सप्तमी का दिन बेहद ही खास माना गया है। इस दिन पवित्र नदी गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व होता है। 
 
इन दिनों कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन चल रहा है, ऐसे समय में गंगा नदी में जाकर स्नान करना संभव न भी हो तो गंगा जल की कुछ बूंदें साधारण जल में मिलाकर उससे स्नान करके पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही गंगा सप्तमी पर इन मंत्रों का जाप करना लाभदायक और पुण्य फल देने वाला होगा।
 
आइए जानें गंगा सप्तमी के पवित्र मंत्र -

 
1. ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नम:।।
 
2. गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।।
 
3. गांगं वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतम्।
त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु माम्।।

 
4. गंगागंगेति योब्रूयाद् योजनानां शतैरपि।
मच्यते सर्व पापेभ्यो विष्णुलोकं सगच्छति। तीर्थराजाय नम:

ALSO READ: देवी! सुरेश्वरी भगवती गंगे : गंगा सप्तमी और गंगा दशहरा पर इस गंगा स्तोत्र से मिलता है पुण्य

ALSO READ: मां बगलामुखी जयंती 2021 कब है : शुभ मुहूर्त, महत्व, कथा, स्तुति, चालीसा, आरती और मंत्र

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

दुनिया में कितने मुस्लिम इस्लाम धर्म छोड़ रहे हैं?

ज्येष्ठ माह के 4 खास उपाय और उनके फायदे

नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी?

भारत ने 7 जून तक नहीं किया पाकिस्तान का पूरा इलाज तो बढ़ सकती है मुश्‍किलें

क्या जून में भारत पर हमला करेगा पाकिस्तान, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

सभी देखें

धर्म संसार

06 जून 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गायत्री जयंती पर जानिए गायत्री मंत्र की शक्ति

5 जुलाई को लेकर क्यों जापान के लोगों में दहशत, क्या नए बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से डर गई है जापानी सरकार

मंगल के सिंह राशि में गोचर से 3 राशि के लोगों को रहना होगा संभलकर

निर्जला एकादशी को क्यों कहते हैं भीमसेनी एकादशी?

अगला लेख