इंदौर। परिवहन विभाग द्वारा वीआईपी नंबरों की नीलामी गुरुवार देर रात तक जारी रही। इसमें कारों की सीरीज में सबसे ज्यादा पसंदीदा नंबर 0001 सिर्फ 1.21 लाख में बिक गया, जो इस नंबर की न्यूनतम कीमत से सिर्फ 21 हजार रुपए ज्यादा है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब यह नंबर इतनी कम कीमत में बिका है, वहीं 2222 और 3333 के लिए रात 1.30 बजे तक बोली चलती रही। 25 हजार रुपए न्यूनतम की कीमत के ये नंबर तीन से चार गुना से ज्यादा कीमत में नीलाम हुए।
परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश में हर माह दो बार वाहनों के वीआईपी नंबरों की नीलामी की जाती है। 15 से 21 के बीच चलने वाली इस दूसरी नीलामी का कल आखिरी दिन था और यह नीलामी देर रात तक चलती रही। हालांकि जिसकी उम्मीद थी कि कार की नई सीरीज एमपी-09-डब्ल्यूके-0001 नंबर ऊंची कीमत पर बिकेगा, जो नहीं हुआ और वाहनों की कमी के चलते शौकीनों की नंबरों को खरीदने में खास रुचि नजर नहीं आई।
इस नंबर का बेस प्राइज यानी न्यूनतम मूल्य एक लाख रुपए है। इसे खरीदने के लिए कल दो ही आवेदक बोली में शामिल हुए और 1.21 लाख में यह नंबर नीलाम हो गया और 12 बजे की नीलामी खत्म हो गई। बताया जा रहा है कि पिछली कई बार की तरह इस बार भी आशा कंफेक्शनरी के नाम पर दीपक दरयानी ने यह नंबर खरीदा है।
ऐसा ऑनलाइन नीलामी के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब यह नंबर इतनी कम कीमत और समय में बिका है। हर बार इस नंबर के लिए देर तक बोली चलती है और यह नंबर 13 लाख तक में मिला है। इससे पहले कभी भी यह नंबर 3 लाख से कम में नहीं बिका है।
25 हजार कीमत का 3333 नंबर 1.05 लाख में बिका, रात 1.30 तक लगी बोली : नीलामी में ऐसा भी पहली बार हुआ जब 0001 नंबर के बजाए अन्य नंबरों को लेकर देर रात तक आवेदक बोली लगाते रहे। 0001 के लिए जहां सिर्फ दो ही आवेदक थे, वहीं 3333 नंबर के लिए पांच और 2222 नंबर के लिए तीन आवेदक बोली में उतरे।
25 हजार रुपए न्यूनतम कीमत के ये नंबर तीन से चार गुना कीमत में नीलाम हुए। एआरटीओ अर्चना मिश्रा ने बताया कि 3333 के लिए सबसे ऊंची बोली 1.05 लाख की लगाई गई, जिस पर यह नीलाम हुआ, वहीं 2222 के लिए सबसे ऊंची बोली 77 हजार की लगी।
वहीं 0001 की तरह सबसे ज्यादा मांग में रहने वाले 0003 और 0007 के लिए एक-एक आवेदक ही सामने आए और ये बेस प्राइस 50 हजार पर ही नीलाम हो गए, वहीं 0009 के लिए दो आवेदक आए और यह न्यूनतम कीमत से सिर्फ एक हजार ज्यादा में 51 हजार में नीलाम हुआ।