इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर की लोकायुक्त पुलिस ने शुक्रवार को धार जिले में जिला आबकारी अधिकारी पराक्रम सिंह चंद्रावत के इंदौर, रतलाम और धार स्थित छह ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई शुरू की है। चंद्रावत के आधिपत्य से अब तक लोकायुक्त पुलिस को दो करोड़ रुपए से अधिक की सम्पति की जानकारी मिली है।
विशेष पुलिस स्थापना शाखा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर के अधीक्षक दिलीप सोनी ने बताया कि आज सुबह छह बजे लोकायुक्त पुलिस की छह टीमों ने चंद्रावत के छह ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई शुरू की। लोकायुक्त पुलिस ने चंद्रावत और उनके परिवार के आधिपत्य के इंदौर के विजय नगर के स्कीम नंबर 74 स्थित घर, सयाजी होटल और स्टार चौराहा स्थित दोनों पेट्रोल पम्प, जावरा स्थित वेयर हाउस और रतलाम जिले के कालूखेड़ा स्थित उनके पैतृक घर पर दस्तावेज खंगाले।
इसी दौरान लोकायुक्त पुलिस की एक टीम ने चंद्रावत का धार स्थित शासकीय कार्यालय सील कर दिया। सोनी के अनुसार, आरोपित के आधिपत्य से अब तक सवा करोड़ रुपए की ज्वेलरी, 40 लाख रुपए की महंगी घड़ियां, साढ़े 12 लाख रुपए नकदी, साढ़े 12 लाख रुपए की सावधि बचत (एफडी), छह बैंक खाते, दो बैंक लॉकर, इंदौर के बंसी ट्रेंड सेंटर में एक दुकान, बीसीएम हाइट में एक फ्लैट, स्कीम नंबर 140 में एक भूखंड और कई बीमा पॉलिसियां मिली हैं, जिसकी अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपए से अधिक है।
विभागीय सूत्रों ने बताया आरोपित चंद्रावत की विभाग में अनुकम्पा नियुक्ति लगभग 16 वर्ष पूर्व उनके पिता के महू में एक अपराधी के साथ मुठभेड़ में शहीद हो जाने के बाद हुई थी। इसके बाद शहीद पिताजी के नाम से चंद्रावत की मां ने एक पेट्रोल पम्प शुरू किया था। इसके कुछ वर्षो बाद चंद्रावत ने दूसरा पेट्रोल पम्प अपनी पत्नी के नाम से शुरू किया था। लोकायुक्त पुलिस फ़िलहाल मामले की जांच कर रही है।