बांग्लादेश सरकार ने हॉटलाइन स्थापित की, मंदिरों पर हमलों की जानकारी देने का किया आग्रह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 13 अगस्त 2024 (20:01 IST)
ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने एक हॉटलाइन स्थापित की है जिसमें लोगों से हिन्दू मंदिरों, गिरजाघरों या किसी अन्य धार्मिक स्थल पर हमलों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर भारत जाने के बाद अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और संपत्तियों में तोड़फोड़ की खबरों के बीच यह कदम उठाया गया है।

ALSO READ: inflation in Bangladesh : राजनीतिक अस्थिरता के बीच बांग्लादेश में रिकॉर्डतोड़ महंगाई, खुदरा मुद्रास्फीति 12 साल के उच्च स्तर पर
 
दैनिक अखबार 'प्रथम आलो' ने मंगलवार को बताया कि धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने उपासना स्थलों पर हमलों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक अधिसूचना के हवाले से खबर में कहा गया कि यदि किसी मंदिर, गिरजाघर या किसी अन्य धार्मिक स्थल पर उपद्रवियों द्वारा हमला किया जाता है तो अनुरोध है कि इसकी सूचना हेल्पलाइन नंबर पर दें।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

राष्ट्रपति पुतिन पर भड़के जेलेंस्की, रूस को लेकर कह दी बड़ी बात, अब क्या होगा Putin का रुख

Salman Khurshid : कांग्रेस नेताओं के बर्ताव से क्यों दुखी हुए सलमान खुर्शीद, कह दी चुभने वाली बात

Coronavirus Alert : पश्चिम बंगाल में कोरोनावायरस की भयानक स्थिति, दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा- ‘अगली कोविड महामारी’ अभी खत्म नहीं हुई

Pakistan में आने वाली है प्रलयकारी मुसीबत, IRSA के डरावने आंकड़ों से आतंकिस्तान में मचा हाहाकार

एलन मस्क के पिता अयोध्या में रामलला के दर्शन करने क्यों आए, बोलेंगे जय श्रीराम

सभी देखें

नवीनतम

​Waqf Umeed Portal : वक्फ संपत्तियों को लेकर सरकार का एक और बड़ा फैसला, 6 जून को लॉन्च करेगी पोर्टल 'उम्मीद', प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन होगा जरूरी

1 करोड़ कैश, 3.5 KG सोना, IRS ऑफिसर के ठिकानों पर CBI का सर्च ऑपरेशन

रूस ने फिर ठुकराया सीजफायर, इस्तांबुल में घंटाभर चली यूक्रेन से बातचीत की नौटंकी

Indigo विमान से पक्षी टकराया, रांची एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग, 175 यात्री सुरक्षित

MP : ​पहली बार पचमढ़ी के राजभवन में होगी मोहन सरकार की कैबिनेट, जानें क्या है इस ऐतिहासिक इमारत का इतिहास

अगला लेख