Russia News: रूस के लिए यूक्रेन में लड़ाई लड़ने वाले भाड़े के सैनिकों के वैगनर समूह (Wagner) के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने रक्तपात से बचने के लिए मास्को की ओर मार्च रोक दिया है। इस बीच क्रेमलिन ने एक बयान जारी कर कहा कि विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी।
मीडिया खबरों के अनुसार, बेलारूस के दखल के बाद के प्रिगोझिन ने रूस की ओर बढ़ते कदमों को रूक दिया। वैगनर के लड़ाके रूस से वापस लौट रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रिगोझिन ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस विद्रोह ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुश्किलें बढ़ा दी थी। हालांकि पुतिन के सामने ये बगावत 24 घंटे भी नहीं टिक सकी।
प्रिगोझिन बीते 2 महीने से बगावत की तैयारी में जुटे थे। इस दौरान वे पुतिन को हथियारों की कमी पर गुमराह करते रहे और यूक्रेन से कब्जाए हथियारों को जमा करने में जुटे थे। रूस से लड़ने के लिए वही सेना खड़ी हो गई थी जिसे रूस ने ही पैदा किया है। ये जाहिर तौर पर रूस में तख्तापलट की कोशिश थी।
वैगनर गैंग की ओर से दावा किया गया था कि उसने करीब 30 हजार लड़ाके रूस के शहरों पर उतारे हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर ग्रुप की इस बगावत को पीठ में छुरा घोपने वाली हरकत करार दिया था।
रूस की राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी समिति ने घोषणा की कि वैगनर निजी सैन्य समूह पर सशस्त्र संगठित करने की कोशिश करने का आरोप लगने के बाद संभावित आतंकवादी कृत्यों को रोकने के लिए मॉस्को शहर, मॉस्को क्षेत्र और वोरोनिश क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन शुरू किया था।