मॉस्को। रूस के लिए यूक्रेन में लड़ाई लड़ने वाले भाड़े के सैनिकों के वैगनर समूह के चीफ ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। रूस के वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय के खिलाफ बगावत कर दी है, लेकिन पुतिन के सामने ये बगावत 24 घंटे भी नहीं टिक सकी। रूसी भाड़े के सैनिकों के समूह का बड़ा फैसला सामने आया है। वैगनर ग्रुप के मालिक येवगेनी प्रिगोझिन ने रक्तपात से बचने के लिए मास्को की ओर मार्च रोक दिया है।
तख्तापलट की कोशिश : प्रिगोझिन बीते 2 महीने से बगावत की तैयारी में जुटे थे। इस दौरान वे पुतिन को हथियारों की कमी पर गुमराह करते रहे और यूक्रेन से कब्जाए हथियारों को जमा करने में जुटे थे। रूस से लड़ने के लिए वही सेना खड़ी हो गई थी जिसे रूस ने ही पैदा किया है। ये जाहिर तौर पर रूस में तख्तापलट की कोशिश थी।
रूस की राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी समिति ने घोषणा की कि वैगनर निजी सैन्य समूह पर सशस्त्र संगठित करने की कोशिश करने का आरोप लगने के बाद संभावित आतंकवादी कृत्यों को रोकने के लिए मॉस्को शहर, मॉस्को क्षेत्र और वोरोनिश क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन शुरू किया गया है
मास्को में आपातकाल : मास्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने रूस की राजधानी में आपातकाल घोषित कर दी है। इसके साथ ही उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियान की घोषणा करते हुए कहा कि अधिकारियों को छोड़कर मॉस्को के सारे लोग अपने घरों के अंदर ही रहें। निजी सेना वैगनर ग्रुप की बगावत के बीच मास्को के मेयर ने निवासियों से कारों का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया और अधिकांश लोगों के लिए सोमवार को गैर-कामकाजी दिन घोषित किया।
30 हजार लड़ाके उतरे : वैगनर नाम की एक प्राइवेट आर्मी अपने लड़ाकों के साथ टैंक और गोलों के साथ मॉस्को की तरफ बढ़ रही थी। वैगनर गैंग की ओर से दावा किया गया था कि उसने करीब 30 हजार लड़ाके रूस के शहरों पर उतारे हैं। राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर ग्रुप की इस बगावत को पीठ में छुरा घोपने वाली हरकत करार दिया था। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma