अब आसमान में आर्टिफिशियल चांद लगाएगा चीन, जानिए क्या होगा इसमें खास...

Webdunia
शुक्रवार, 19 अक्टूबर 2018 (09:21 IST)
चीन जल्द ही अंतरिक्ष में कृत्रिम चांद लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। इससे स्ट्रीट लाइट नहीं होने की समस्या खत्म हो जाएगी और ज्यादा रोशनी भी मिलेगी। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 तक यह प्रोजेक्ट तैयार हो जाएगा। 
एक अधिकारी ने बताया कि योजना से जुड़ी तमाम तकनीकी चुनौतियों को 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। कृत्रिम उपग्रहों को 2022 में लॉन्च किया जाएगा। इसके बाद तीनों उपग्रहों कों 360 डिग्री की कक्षा में इस तरह बांटा जाएगा कि प्रत्येक क्षेत्र को 24 घण्टे रोशन रखा जा सके।
 
अधिकारी ने कहा, 'सिचुआन प्रांत के चेंगडू में जमीन से 80 किमी की ऊंचाई पर स्थापित किया जाएगा। इस तकनीक पर सालों से काम हो रहा है और बताया जा रहा है कि अब तो यह प्रोजेक्ट खत्म भी होने वाला है।
 
बता दें कि यूएस और रूस ने मानव निर्मित चांद की खोज की थी ताकि रात के समय को सुविधाजनक बना सके। रूस ने 1990 में इसके लिए एक उपग्रह भी छोड़ा था लेकिन यह प्रयोग असफल रहा। 
 
जानिए, क्या होगा चीन के इस चांद में खास :
* दरअसल कृत्रिम चांद शीशे से बने उपग्रह होंगे, जिनसे टकराकर सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पहुंचेंगी।
* कृत्रिम चांद की रोशनी स्ट्रीट लाइट्स को बदलने के लिए पर्याप्त होगी।
* इसकी रोशनी चंद्रमा की रोशनी से 8 गुना अधिक होने की संभावना।
* रोशनी की तीव्रता और समय को एडजस्ट किया जा सकेगा और रोशनी को मीटर की सटीकता से कंट्रोल किया जा सकता है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या नीतीश कुमार को बिहार का एकनाथ शिंदे बनाना चाहती है भाजपा?

ओडिशा आत्मदाह केस में प्रोफेसर समीर साहू ने छात्रा से कहा था—तुम बच्ची नहीं हो, समझो मैं क्या चाहता हूं

निमिषा प्रिया की फांसी, क्‍या ब्‍लड मनी के लिए राजी हुआ परिवार?

Odisha : शराबी ऑटो चालक ने हथौड़ा मारकर की माता-पिता की हत्या, रातभर रहा शवों के पास

राजा हरि सिंह पर खान सर की टिप्पणी से छिड़ा विवाद, जानिए कश्मीर के भारत में विलय की पूरी कहानी

सभी देखें

नवीनतम

अमेरिकी नागरिकता वाले बच्चे को गोद लेने के बारे क्या क्या बोला बंबई उच्च न्यायालय

छत्तीसगढ़ विधानसभा में बवाल, 30 कांग्रेस सदस्य एक दिन के लिए निलंबित

दिल्ली हाई कोर्ट ने पूछा, बिना कक्षाओं के स्कूल कैसे संचालित किए जा सकते हैं?

क्या है ‘धर्मांतरण’ का असली एजेंडा, कहीं सॉफ्ट कन्वर्शन तो कहीं सामूहिक धर्मपरिवर्तन, समझिए क्या है ‘धर्मसंकट’

केरल के एक स्कूल में छात्र की करंट लगने से मौत, मंत्री ने दिए जांच के आदेश

अगला लेख