पाक की सैन्य परेड में शी जिनपिंग मुख्य अतिथि

Webdunia
मंगलवार, 3 फ़रवरी 2015 (11:26 IST)
भारत के गणतंत्र दिवस पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के मुख्य अतिथि बनने के जवाब में पाकिस्तान ने अपनी सालाना सैन्य परेड में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को मुख्य अतिथि बनाया है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में सालाना सैन्य परेड सात साल बाद होने वाली है। पाकिस्तान में इस तरह की परेड अंतिम बार 28 मार्च 2008 में तब हुई थी जब परवेज मुशर्रफ राष्ट्रपति थे।
 
पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान में बिगड़ती कानून व्यवस्था की वजह से इस परेड को बंद कर दिया गया था। इसमें सेना के तीनो अंगों के प्रमुख समेत तमाम अफ़सर भाग लेते हैं और तरह-तरह के सैन्य साजो-सामान का प्रदर्शन किया जाता है। 
 
भारत में इस साल गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूदगी को एशिया प्रशांत क्षेत्र में एक नए गठजोड़ के तौर पर देखा गया है।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, क्योंकि वो इसे चीन को रोकने की अमरीकी कोशिश के रूप में देख रहा है। हालांकि संबंधों को और बेहतर बनाने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन गई हुई हैं. सोमवार को उन्होंने चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात भी की। 
 
वहीं पाकिस्तान, चीन को अपना 'ऑल वेदर फ्रेंड' यानी हर हाल में साथ देने वाला मित्र मानता है। चीन, पाकिस्तान को आर्थिक, सैन्य, कूटनीतिक और राजनीतिक समर्थन देता आया है। दूरी बनाने की अमरीकी कोशिशों के मद्देनजर पाकिस्तान अब चीन की ओर रुख़ कर रहा है ताकि वह भारत को रोक सके। (भाषा)
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?