चीन की दादागिरी : 'क्वाड' को बताया 'खास गिरोह', बांग्लादेश को धमकाने का बचाव भी किया

Webdunia
बुधवार, 12 मई 2021 (22:51 IST)
बीजिंग। चीन ने बुधवार को आरोप लगाया कि 'क्वाड' बीजिंग के खिलाफ एक 'खास गुटबंदी' है, वहीं अमेरिकी नेतृत्व वाले 'क्वाड' समूह से जुड़ने के खिलाफ बांगलादेश में चीनी राजदूत के ढाका को चेतावनी देने का बचाव करते हुए कहा कि राजदूत ने इस मुद्दे पर देश के सामने अपना 'रुख' स्पष्ट किया है।

ALSO READ: क्वॉड में शामिल होने को लेकर चीन की बांग्लादेश को चेतावनी, कहा- द्विपक्षीय संबंधों को होगा भारी नुकसान
 
ढाका में चीन के राजदूत ली जिमिंग ने 4 देशों के समूह 'क्वाड' से जुड़ने के खिलाफ बांग्लादेश को आगाह करते हुए कहा कि बीजिंग विरोधी गुट में ढाका की भागीदारी से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचेगा। 'क्वाड' समूह में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत शामिल हैं।

ALSO READ: Coronavirus पर 2015 से रिसर्च कर रहा है चीन, ऑस्ट्रेलिया मीडिया का दावा- जैविक हथियार की तरह करना चाहता था इस्तेमाल
 
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमेन ने मंगलवार को राजदूत के भड़काऊ बयान को 'बहुत दुर्भाग्यपूर्ण' और 'आक्रामक' बताया। मोमेन ने कहा था कि हम एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र हैं। हम अपनी विदेश नीति का फैसला खुद करते हैं। साथ ही कहा कि बांग्लादेश की नीति किसी से जुड़ी नहीं है और यह संतुलित है और देश अपने सिद्धांतों के आधार पर इसका फैसला करता है।
 
मोमेन के बयान के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया से 
कहा कि उन्हें बयान के बारे में नहीं पता है। उन्होंने कहा कि चीन और बांग्लादेश अच्छे पड़ोसी हैं। आपसी विश्वास और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व पर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध आगे बढ़ रहा है और हम हमेशा एक दूसरे का सहयोग करते हैं। हुआ ने कहा कि क्वाड पर चीनी राजदूत की टिप्पणी के बारे में हम कहेंगे कि हमने मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। हमारा मानना है कि यह (क्वाड) चीन के खिलाफ खास गुटबंदी है और दुनिया के देशों को चीन के खिलाफ काम करने के लिए के लिए प्रेरित किया जा रहा इसलिए मुझे पता है कि आप हमारा रुख अच्छे से समझते हैं।
 
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के विदेश मंत्री के विरोध जताने पर मैं कहना चाहती हूं कि किस तरह के शब्द उन्होंने कहे या किस तरह का विरोध जताया, यह हमें पता नहीं है। लेकिन हम हर देश के साथ एक समान नीति अपनाते हैं। हम शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का पालन करते हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख