चीनी वायुसेना ने दक्षिण चीनी समुद्र क्षेत्र में अभ्यास किया

Webdunia
रविवार, 25 मार्च 2018 (11:40 IST)
बीजिंग। चीनी वायुसेना ने दक्षिणी चीनी समुद्र और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में एक बार फिर जोरदार सैन्याभ्यास करते हुए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है।
 
चीन इस समय अपनी सेनाओं के आधुनिकीकरण की प्रकिया पर अधिक ध्यान दे रहा है और इसी के तहत वह नौसेना और वायुसेना के बेड़े में लड़ाकू विमानों तथा हथियारों को बढ़ा रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का कार्यकाल स्थायी हो जाने के बाद चीनी सरकार का पूरा ध्यान अब सेनाओं के आधुनिकीकरण पर है।
 
चीन का यह भी कहना है कि उसका रवैया किसी के भी खिलाफ नहीं है लेकिन वह अपनी सीमाओं की रक्षाओं के लिए इस तरह के अभ्यास कर रहा है। चीनी वायुसेना ने एक बयान  में कहा है कि इस अभ्यास में एच-6 के बमवर्षक और सुखोई-30 तथा सुखोई-35 लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया तथा दक्षिणी चीनी समुद्री क्षेत्र में अपनी समाघात गश्त प्रक्रिया को तेज किया। ये विमान जापानी द्वीपों के ऊपर से भी होकर गुजरे हैं।
 
बयान में यह नहीं बताया गया कि यह अभ्यास कब किया गया और किस क्षेत्र में किया गया? बयान के मुताबिक वायुसेना की इस तरह की रिहर्सल भावी युद्ध की आशंकाओं को देखते हुए की जा रही है ताकि अपनी ताकत को अधिक से अधिक प्रभावी बनाया जा सके। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

मैंगो मैन ने रखा रक्षामंत्री के नाम पर आम की नई किस्म का नाम राजनाथ आम

क्या है एपस्टीन फाइल, मस्क ने क्यों किया इसमें ट्रंप के नाम का दावा?

LIVE: पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया, वंदे भारत ट्रेन को भी दिखाई हरी झंडी

NCRTC ने शुरू की महिला के लिए महिला द्वारा विशेष ई-बाइक टैक्सी सेवा, महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा विकल्प

भारत पाकिस्तान संघर्ष की स्थिति में शशि थरूर को क्यों सताई चीन की चिंता?

अगला लेख