सरकारी कामकाज ठप, राष्ट्रपति ट्रंप ने दिया स्पीकर नैंसी पेलोसी को दिया बड़ा झटका

Webdunia
शुक्रवार, 18 जनवरी 2019 (18:11 IST)
वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेल्जियम के ब्रसेल्स और अफगानिस्तान की यात्रा के लिए अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी को सैन्य विमान देने से इंकार कर दिया है। सबसे लंबे समय तक सरकार का कामकाज ठप होने के बीच उठाए गए इस कदम से दोनों नेताओं के मतभेद काफी गहरे हो गए हैं।
 
 
राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को पेलोसी की विदेश यात्रा ऐसे समय में टाली है, जब बुधवार को 78 वर्षीय डेमोक्रेट नेता पेलोसी ने उनसे अनुरोध किया कि 27 दिनों से सरकारी कामकाज ठप होने के मद्देनजर वे 29 जनवरी को निर्धारित अपना वार्षिक 'स्टेट ऑफ दि यूनियन' संबोधन सुरक्षा कारणों से टाल दें। यह बंद सीमा सुरक्षा मुद्दे को लेकर बंटी संसद का नतीजा है। निचले सदन में बहुमत रखने वाले डेमोक्रेट्स ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के लिए 5.7 अरब डॉलर के बजट को मंजूरी देने से इंकार कर दिया है। ट्रंप सीमा पर दीवार बनाने के लिए धनराशि मांग रहे हैं।
 
ट्रंप ने पेलोसी को लिखे पत्र में कहा कि आपको सूचित करते हुए खेद हो रहा है कि सरकार का कामकाज बंद होने के कारण आपकी ब्रसेल्स, मिस्र और अफगानिस्तान की यात्रा टाल दी गई है। जब बंद खत्म हो जाएगा तब हम इस 7 दिवसीय यात्रा का कार्यक्रम फिर से तैयार करेंगे। यदि आप वाणिज्यिक विमान से जाना चाहती हों तो निश्चित तौर पर यह आपका विशेषाधिकार होगा।
 
राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे भी यह लगता है कि इस अवधि के दौरान यह बेहतर होगा कि आप मेरे साथ बातचीत के लिए वॉशिंगटन में रहें और बंद को खत्म करने के लिए मजबूत सीमा सुरक्षा अभियान में शामिल हो। जाहिर है कि अगर आप अपनी यात्रा जारी रखना चाहेंगी तो निश्चित तौर पर यह आपका विशेषाधिकार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस 'जनसंपर्क कार्यक्रम' को टालना पूरी तरह उचित है।
 
बाद में गुरुवार को व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि वह बंद के कारण इस महीने के अंत में स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित होने जा रहे विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में अपना प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजेगा। ट्रंप ने पहले कहा था कि वे डब्ल्यूईएफ में शिरकत नहीं करेंगे, लेकिन मंगलवार को उन्होंने ऐलान किया कि कोई अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल डब्ल्यूईएफ में हिस्सा नहीं लेगा।
 
अमेरिका के इतिहास में अब तक के सबसे लंबे बंद के चलते 8,00,000 से ज्यादा संघीय कर्मचारी घर बैठे हैं जिससे सुरक्षा और विदेश विभाग समेत सरकार के कई अहम विभागों का कामकाज बंद पड़ा है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के 8,00,000 कर्मचारियों को वेतन न मिलने के मद्देनजर मुझे भरोसा है कि आप इससे सहमत होंगी।
 
बहरहाल, पेलोसी के प्रवक्ता ड्रयू हैमिल ने कहा कि यात्रा का मकसद अमेरिकी सैनिकों की सराहना करना और उनसे महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करना था। पेलोसी ने यूएस कैपिटोल में पत्रकारों से कहा था कि राष्ट्रपति स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन स्थगित करने के मुद्दे पर 24 घंटे से भी ज्यादा बीत जाने के बाद भी चुप हैं।
 
इसके तुरंत बाद ट्रंप ने पेलोसी को पत्र लिखा। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि हम उन्हें (पेलोसी) वॉशिंगटन में रखना चाहते हैं। अगर वे चली जाएंगी तो निश्चित तौर पर 8,00,000 संघीय कर्मचारियों को दूसरे चरण की तनख्वाह नहीं मिल पाएगी। इस समझौते की समयसीमा मंगलवार आधी रात की है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख