ट्रंप ने बताया OPIC कैसे खत्म कर सकता है रूस यूक्रेन युद्ध?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPIC) से तेल की कीमतों में कटौती करने का अनुरोध किया है।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 25 जनवरी 2025 (09:11 IST)
Donald Trump on Russia Ukraine war : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPIC) से तेल की कीमतों में कटौती करने का अनुरोध किया है और उनका तर्क है कि इससे रूस-यूक्रेन युद्ध रुक जाएगा।
 
उन्होंने पहले भी ऐसा ही दावा किया था। स्विटजरलैंड के दावोस में वार्षिक विश्व आर्थिक मंच को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए ट्रंप ने आरोप लगाया कि तेल निर्यातक देशों का ओपेक प्लस गठबंधन यूक्रेन में लगभग तीन साल से जारी संघर्ष के लिए जिम्मेदार है।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुक्रवार को उत्तरी कैरोलिना में संवाददाताओं से कहा कि हम चाहते हैं कि ओपीईसी तेल की कीमत में कटौती करे। इससे यूक्रेन में हो रही त्रासदी स्वतः ही रुक जाएगी। यह दोनों पक्षों के लिए विनाशकारी त्रासदी है।
 
संघर्ष में अब तक बड़ी संख्या में रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि अभी तो केवल गोलियां चल रही हैं और लोग घायल हो रहे हैं। दस लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और वे हर सप्ताह हजारों लोगों को खो रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि यह पागलपन है। यह एक उन्माद भरा युद्ध है और अगर मैं राष्ट्रपति होता (तब) तो ऐसा कभी नहीं होता। यह पागलपन है कि ऐसा हुआ, लेकिन हम इसे रोकना चाहते हैं।
 
ट्रंप ने कहा कि इसे जल्दी से रोकने का एक तरीका यह है कि ओपीईसी इतना पैसा कमाना बंद कर दे और तेल की कीमत कम कर दे। अगर आप इसे ऊंचा रखते हैं तो युद्ध इतनी आसानी से खत्म नहीं होने वाला। इसलिए, ओपीईसी को आगे आकर तेल की कीमत कम करनी चाहिए और युद्ध तुरंत रुक जाएगा।
 
पुतिन से जल्द मुलाकात करेंगे ट्रंप : अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे पहले कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के साथ समझौता करना चाहिए तथा उन्होंने कहा था कि वे यथाशीघ्र पुतिन से मुलाकात करेंगे।

क्या है ओपेक : पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक में 14 प्रमुख तेल उत्पादक देश शामिल है। यह एक साथ दुनिया के कच्चे तेल का लगभग 40 प्रतिशत उत्पादन करता है। ओपेक तेल निर्यात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार किए जाने वाले कुल पेट्रोलियम का लगभग 60 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है।  इसकी स्थापना साल 1960 में सऊदी अरब, वेनेजुएला, इराक, ईरान, और कुवैत ने की थी। इसका मुख्यालय ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में है।
edited by : Nrapendra Gupta

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