अफगानिस्तान में बेरोजगारी से बढ़ा आर्थिक संकट, लोगों का जीना हुआ मुहाल

Webdunia
मंगलवार, 30 नवंबर 2021 (08:12 IST)
काबुल। तालिबान शासित अफगानिस्तान में बेरोजगारी की ऊंची दर से लोगों का आर्थिक संकट बढ़ा है वहीं उन्हें बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
 
टोलो न्यूज के अनुसार तालिबान अधिकारियों ने देश में मौजूदा आर्थिक और मानवीय संकट से उबरने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से नौ अरब डॉलर से अधिक की अफगान संपत्ति को मुक्त करने का आह्वान किया है।
 
इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता इनामुल्ला समांगानी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अमेरिका पर दबाव बनाने का पहले ही आह्वान किया गया है तथा अमेरिका को भी अफगान सरकार और यहां के लोगों की संपत्ति को मुक्त करना चाहिए। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट में कहा था कि अफगानिस्तान में 2.20 करोड़ से अधिक लोग भूख का सामना कर रहे हैं।
 
अफगानिस्तान के निवासियों का आरोप है कि वे अब अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने में भी असमर्थ होते जा रहे हैं। 5 सदस्यों के परिवार में अकेले कमाने वाला मजदूर 57 वर्षीय अब्दुल हमीद ने कहा कि मैं एक पेरासिटामोल की कीमत नहीं चुका सकता। मैं अपना और अपने छोटे बच्चों की देखभाल नहीं कर सकता।
 
एक अन्य निवासी रहमतुल्लह ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आए। नौकरी के अवसर बढ़े और लोगों को उनके वेतन का भुगतान किया जाये। यदि लोगों के पास पैसा नहीं है, तो उनकी हालत खस्ता होगी।' (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

दिल्ली चुनाव रिजल्ट को लेकर 2 और एक्जिट पोल्स, क्या हैं BJP के हाल

दिल्ली चुनाव में काउटिंग से पहले Operation Lotus, विधायकों को 15-15 करोड़ का ऑफर

उफनती नदियां, भयानक जंगल और फिर सपनों का अंत, अमेरिका से लौटे युवाओं की दर्दनाक दास्तान

Himachal : शादी के कुछ ही घंटों बाद दूल्‍हे के उड़े होश, दुल्हन हुई फरार, जानिए क्‍या है मामला

New Income Tax Bill : नए आयकर विधेयक में नहीं होंगे लंबे वाक्य और प्रावधान, जानिए संसद में कब हो सकता है पेश

सभी देखें

नवीनतम

राहुल गांधी को साथ लेकर यमुना का पानी पिएं अरविंद केजरीवाल : नायब सिंह सैनी

Uttarakhand : तीन तलाक के खिलाफ लड़कर मिसाल बनीं शायरा बानो ने CM धामी से की मुलाकात, UCC पर जताया आभार

Rupee vs Dollar : डॉलर के मुकाबले रुपया टूटा, अब तक के निचले स्तर पर, जानिए कितनी हुई गिरावट

TRAI का बड़ा फैसला, बदल जाएंगे पूरे देश के लैंडलाइन नंबर

शेख हसीना के बयान से यूनुस सरकार को क्यों लगी मिर्ची, भारत से क्या कहा

अगला लेख