फेसबुक की पहल, भेजें अपनी निर्वस्त्र तस्वीर, ताकि...

Webdunia
गुरुवार, 9 नवंबर 2017 (15:41 IST)
सिडनी। किसी की निहायत ही निजी तस्वीरों का इस्तेमाल करके बदले की भावना से बनाए गए पोर्न से निपटने की कोशिश के तहत फेसबुक ने ऑस्ट्रेलिया में अपने यूजर्स से तस्वीर मिलान की प्रायोगिक परियोजना के तहत अपनी निर्वस्त्र तस्वीरें भेजने की अपील है। इसका उद्देश्य बिना इजाजत अंतरंग तस्वीरें साझा करने से रोकना है।
 
जिन वयस्कों ने निर्वस्त्र या अन्तरंग तस्वीरें ऑनलाइन किसी के साथ साझा की हैं और उन्हें इनके अनधिकृत रूप से किसी और के साथ साझा किए जाने का डर है, वे ऑस्ट्रेलिया सरकार के ईसेफ्टी कमीशन को इनकी जानकारी दे सकते हैं।
 
इसके बाद वह मैसेंजर के जरिए सुरक्षित तरीके से तस्वीरें स्वयं को भेजें। इस प्रक्रिया के जरिए फेसबुक उन्हें चिन्हित करके एक अनूठा डिजिटल फिंगरप्रिंट बनाएगा।
 
डिजिटल फिंगरप्रिंट के चलते इसके बाद ये तस्वीरें फेसबुक, इंस्टाग्राम और मेसेंजर पर आगे साझा नहीं हो पाएंगी। यह बदले की भावना से बनाए गए पोर्न के खिलाफ एहतियातन हमला है। ऑनलाइन उत्पीड़न के लिए अकसर इस प्रकार के पोर्न का इस्तेमाल किया जाता है।
 
फेसबुक के वैश्विक सुरक्षा प्रमुख एंटीगोन डेविस ने कहा कि बिना सहमति के तस्वीरें साझा करने से रोकने के लिए हम तस्वीर मिलान तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। फेसबुक के एक प्रवक्ता ने बताया कि ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका के भी इस परियोजना में भाग लेने की उम्मीद है।
 
ईसेफ्टी आयुक्त जूली इनमान ग्रांट ने कहा कि इस प्रक्रिया से उन अपराधियों की ताकत छिन जाएगी जो पीड़ित को मित्रों, परिवार एवं सहकर्मियों के बीच शर्मसार करना चाहते हैं। (भाषा)

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?