शोध में खुलासा, Facebook पर फर्जी खबरों का पता लगाना आसान नहीं

Webdunia
गुरुवार, 7 नवंबर 2019 (08:38 IST)
ह्यूस्टन। फेसबुक पर गलत सूचना या फर्जी खबरों का पता लगाना आसान नहीं है। एक अध्ययन के मुताबिक सोशल नेटवर्किंग साइट तथ्य और कल्पना के बीच के फर्क को और मुश्किल बना देता है।
 
'मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम क्वार्टरली' नामक पत्रिका में मंगलवार को प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक प्रतिभागियों के शरीर में एक वायरलेस इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राफी (ईईजी) हेडसेट लगाया गया था, जो फेसबुक चलाने के दौरान उनके मस्तिष्क की गतिविधि पर नजर रखता था।
ALSO READ: फेसबुक ने क्यों हटाए सैकड़ों अकाउंट, ग्रुप और पेज
उन्हें फेसबुक पर आए राजनीतिक समाचारों के शीर्षक पढ़ने और खबरों की विश्वसनीयता के मूल्यांकन करने को कहा गया। शोधकर्ताओं ने कहा कि प्रतिभागियों ने केवल 44 प्रतिशत खबरों का ही सही ढंग से मूल्यांकन किया। उनमें से ज्यादातर लोगों ने उन खबरों को सच माना, जो उनके स्वयं के राजनीतिक विचारों से मेल खाते थे।
 
अमेरिका में ऑस्टिन स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर पैट्रिकिया मोरावेक ने कहा कि हम सभी मानते हैं कि हम फर्जी खबर का पता लगाने में औसत व्यक्ति से बेहतर हैं, लेकिन सामान्यत: यह संभव नहीं है। मोरावेक ने एक बयान में कहा कि सोशल मीडिया का माहौल और हमारे अपने पक्षपाती विचार हम सब को उससे कहीं ज्यादा बुरा बना देता है जितना कि हम सोचते हैं।
Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली में 80 हजार और लोगों को मिलेगी वृद्धावस्था पेंशन: केजरीवाल

23.75 करोड़ में खरीदे गए वैंकटेश बन सकते हैं कोलकाता के कप्तान

नोटों की माला पर झपटा चोर, शादी छोड़ पीछे भागा दूल्हा और पकड लिया

क्या हैं 4 फॉर्मूले जिससे BJP चुन सकती महाराष्ट्र का CM, नया चेहरा या ढाई साल?

UP: 104 बच्चों को तस्करी से बचाने वाली दिल्ली पुलिस की 2 महिला अधिकारी सम्मानित

अगला लेख