जकार्ता। इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी प्रांत स्थित माउंट सोपुतान ज्वालामुखी में रविवार को विस्फोट हो गया, जिसके कारण आसमान की ओर 7.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक राख का ढ़ेर हवा में उछला।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता सुतुपो पुर्वा नुग्रोहो ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी में दो बार विस्फोट हुए। पहला विस्फोट स्थानीय समयानुसार 7:43 बजे हुआ, तब राख का ढ़ेर सात किलोमीटर की ऊंचाई में हवा में उड़ा था जबकि 8:57 बजे हुए विस्फोट में राख का ढ़ेर 7.5 किलोमीटर ऊंचा उड़ा था।
नुग्रोहो ने कहा कि राख और लावा ज्वालामुखी के दक्षिण पश्चिम और दक्षिणी इलाके में फैल गया। लोगों ने करीब 30 मिनट तक झटके भी महसूस किए। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी से गर्म और ठंडे लावा के प्रवाह को देखते हुए लोगों को ज्वालामुखी से चार किमी की परिधि में गतिविधियां करने से रोक दिया गया है। ज्वालामुखी के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में कोई 6.5 किमी के क्षेत्रफल में जाने को असुरक्षित घोषित किया गया है।
नुग्रोहो ने कहा कि राख की बारिश की आशंका को देखते हुए लोगों को सांस संबंधी समस्याओं से बचने के लिए मास्क का उपयोग करने की सलाह दी गई है। मध्य इंडोनेशिया स्थित माउंट सोपुतान देश के 129 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है जो भूकंप के लिए संवेदनशील इलाके में स्थित है जिसे ‘आग को गोला’ भी कहा जाता है।
इंडोनेशिया में 6.1 की तीव्रता का भूकंप : इंडोनेशिया के पूर्वी पापुआ प्रांत में रविवार को 6.1 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। मौसम विज्ञान और भू-भौतिकी एजेंसी ने यह जानकारी दी है।
एजेंसी के प्रमुख देडी सुगिआनटो ने बताया कि यह भूकंप स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजकर 42 मिनट पर आया। इसका केन्द्र जमीन से 106 किलोमीटर नीचे था और गहराई अधिक होने की वजह से सुनामी की कोई चेतावनी भी नहीं जारी की गई है। भूकंप से जानमाल के नुकसान की फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं है।