करोड़ों साल पहले सांप के पूर्वजों के होते थे पैर...

Webdunia
गुरुवार, 21 नवंबर 2019 (23:22 IST)
टोरंटो। करीब 10 करोड़ साल पहले रहने वाले सांपों के पूर्वजों के पैर थे और गाल में हड्डियां थीं, जो आधुनिक काल के उनके वंशजों में पूरी तरह से गायब हो गई हैं। ये बातें एक अध्ययन में सामने आई हैं। इसमें प्राचीन नजश रायनेग्रीनिया नामक सरीसृप के जीवाश्म का अध्ययन किया गया है।

बताया जाता है कि इस सरीसृप के पिछले हिस्से में पैर होते थे। यह अध्ययन पत्रिका ‘साइंस एडवांसेज’ में प्रकाशित हुआ है, जिसमें बताया गया है कि अपने विकासक्रम के पहले 7 करोड़ साल के दौरान सांपों के पिछले पैर होते थे और उनके गालों की हड्डियां भी होती थीं जिन्हें ‘जगल बोन’ कहा जाता है।

शोधकर्ताओं में कनाडा के अलबर्टा विश्वविद्यालय से शोधार्थी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कैसे प्राचीन सांपों को उनकी पूर्वज छिपकली से लचीली खोपड़ी मिली। उन्होंने बताया कि जीवाश्मों की अनुपलब्धता के कारण अब तक प्राचीन सांपों के क्रमिक विकास को समझने की प्रक्रिया धीमी थी। उन्होंने बताया कि करीब 10 करोड़ साल पुराने सांपों के जीवाश्म दक्षिण अमेरिका स्थित नॉर्दर्न पैंटागोनिया में मिले हैं।

ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय से अध्ययन के सह-लेखक एलेसांद्रो पालसी ने कहा, प्राचीन सांपों में नजश की सबसे अधिक पूर्ण, त्रिआयामी संरक्षित खोपड़ी है और इससे कई नई अद्भुत सूचना मिली है कि सांपों के सिर का विकास कैसे हुआ। आधुनिक सांपों की खोपड़ी में इसके सभी लचीले जोड़ नहीं हैं लेकिन कुछ हैं। मौजूदा अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लाइट माइक्रोस्कोपी का इस्तेमाल कर नजश की संरक्षित खोपड़ी की हाई-रिजॉल्यूशन स्कैनिंग की।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Changur Baba : छांगुर बाबा की पूरी कहानी, धर्मांतरण का रैकेट और करोड़ों की संपत्ति, STF और ATS के चौंकाने वाले खुलासे

भारत में पहली बार डिजिटल जनगणना : अब खुद भर सकेंगे अपनी जानकारी

प्रियंका और माही की बीमारी के आगे क्‍यों लाचार हुए पूर्व CJI, क्‍या है उनका बंगला कनेक्‍शन

UP : अंबेडकरनगर सरकारी आवास से मिले 22.48 लाख रुपए के 100 और 500 के पुराने नोट, ACMO की 11 साल पहले हुई थी मौत, बेड और अटैची से मिलीं नोटों की गड्डियां

क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

सभी देखें

नवीनतम

12 जुलाई को लाड़ली बहनों को मिलेंगे 1500 रुपए, रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का तोहफा

nimisha priya : कैसे बचेगी भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की जान, क्या होती है ब्लड मनी, किन हालातों में रुक सकती है फांसी

खराब दाल पर महाराष्ट्र के नेताजी का बवाल, चांटे मार कर किया बेहाल

चीन की यह परियोजना भारत के लिए है 'वाटर बम', अरुणाचल के CM पेमा खांडू ने चेताया

संसदीय समिति की बैठक में छाया रहा विमानन सुरक्षा का मुद्दा, हवाई किराए में कमी का होगा प्रयास

अगला लेख