Mrs Universe 2025 Sherry Singh: शेरी सिंह ने मिसेज यूनिवर्स 2025 का प्रतिष्ठित खिताब जीतकर देश का नाम रोशन किया है। यह भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं के मंच से एक अविस्मरणीय और गौरवपूर्ण उपलब्धि है। यह जीत न केवल शेरी सिंह की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व का विषय है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह पहली बार है जब किसी भारतीय प्रतियोगी ने यह प्रतिष्ठित 'मिसेज यूनिवर्स' खिताब जीता है, जो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारतीय विवाहित महिलाओं के शक्तिशाली प्रतिनिधित्व को दर्शाता है।
फिलीपींस में हुआ 120 देशों के बीच कड़ा मुकाबला: यह ऐतिहासिक उपलब्धि फिलीपींस के मनीला शहर में आयोजित प्रतियोगिता के 48वें संस्करण में हासिल हुई। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में दुनिया भर के 120 देशों की प्रतिनिधियों ने प्रतिस्पर्धा की थी। हर प्रतियोगी ने अपनी संस्कृति, प्रतिभा और बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन किया, लेकिन शेरी सिंह ने अपनी शालीनता, वाक्पटुता और मजबूत सामाजिक दृष्टिकोण से जजों को प्रभावित किया। शेरी सिंह ने मिसेज इंडिया 2025 का खिताब जीतने के बाद भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त किया था। यह जीत उनकी राष्ट्रीय स्तर की सफलता को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाती है।
इन बिन्दुओं के आधार पर शेरी सिंह बनीं ताज की दावेदार: शेरी सिंह की जीत केवल उनकी बाहरी सुंदरता पर आधारित नहीं थी, बल्कि उनके प्रभावशाली व्यक्तित्व और सामाजिक कार्यों पर केंद्रित थी। प्रतियोगिता के दौरान, उन्होंने दो महत्वपूर्ण विषयों—महिला सशक्तिकरण और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता—पर अपने मजबूत फोकस से जजों का ध्यान खींचा।
आज के दौर में, जब मानसिक स्वास्थ्य एक वैश्विक चुनौती है, शेरी सिंह का इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुखता से उठाना उनकी गहन संवेदनशीलता और दूरदर्शिता को दर्शाता है। जजों के पैनल ने उनके आत्मविश्वास, सवालों के स्पष्ट और प्रेरणादायक जवाब और महिलाओं के प्रति उनके सकारात्मक दृष्टिकोण को खिताब का मुख्य आधार माना।
जीत के बाद शेरी सिंह का प्रेरणादायक संदेश : अपनी ताजपोशी के बाद, शेरी सिंह ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए एक प्रेरणादायक बयान दिया। उन्होंने कहा, “यह जीत सिर्फ़ मेरी नहीं है, यह हर उस महिला की है जिसने कभी सीमाओं से परे सपने देखने का साहस किया है। मैं दुनिया को दिखाना चाहती थी कि ताकत, दयालुता और लचीलापन ही सच्ची सुंदरता की परिभाषा है।”