नवाज शरीफ की हालत बेहद चिंताजनक, वजन भी 7 किलोग्राम घटा

Webdunia
मंगलवार, 29 अक्टूबर 2019 (18:15 IST)
लाहौर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता नवाज शरीफ की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। उनका वजन भी 7 किलोग्राम घट गया है और शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग सही ढंग से काम नहीं कर रहे हैं।
ALSO READ: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दिल का दौरा, इलाज के लिए मिली जमानत
पूर्व प्रधानमंत्री के निजी डॉक्टर अदनान खान ने मंगलवार को कई ट्वीट कर नवाज शरीफ की सेहत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि खून में प्लेटलेट्स की कमी और दिल के दौरे से पूर्व प्रधानमंत्री के गुर्दे सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। इससे उनकी स्थिति और खराब हुई है।
डॉ. खान ने कहा कि नवाज शरीफ के खून में ग्लूकोज की मात्रा कम हो गई है और रक्तचाप भी सही नहीं है। शरीफ मेडिकल सिटी के मुख्य कार्यकारी ने कहा कि डॉक्टरों को नवाज शरीफ की सही बीमारी के बारे में भी पता लगाने में दिक्कतें आ रही हैं और इसकी वजह से पूर्व प्रधानमंत्री की सेहत के लिए जोखिम बढ़ा हुआ है।
 
इस बीच अस्पताल सूत्रों ने बताया कि नवाज शरीफ का वजन 7 किलो तक घट गया है तथा अस्पताल में दाखिल किए जाने से पहले उनका वजन 107 किलोग्राम था, जो अब 100 किलोग्राम रह गया है।

पूर्व प्रधानमंत्री को स्वास्थ्य खराब होने पर चिकित्सा जांच और उपचार के लिए पिछले सप्ताह जेल से लाहौर के सर्विसेज अस्पताल लाया गया था। प्लेटलेट्स की संख्या अचानक घट जाने से उनका स्वास्थ्य काफी बिगड़ गया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

वैष्णोदेवी में रोपवे का विरोध हो गया हिंसक, हड़ताल और पत्थरबाजी में दर्जनभर जख्मी

LIVE: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में NSUI ने जीता अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद

Maharashtra : 30 घंटे में CM तय नहीं तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन, जानिए क्या कहता है नियम

महाराष्ट्र से लाई गई बाघिन जीनत को सिमिलिपाल अभयारण्य में छोड़ा

विजयपुर में हार के बाद छलका रामनिवास रावत का दर्द, कहा बढ़ते कद से कुछ लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं का बरगलाया

अगला लेख