काठमांडू। नेपाल की सरकार एक तरफ बड़ी मात्रा में राहत सामग्री की मांग कर रही है तो दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भूकंप पीड़ितों के लिए भेजी गई राहत सामग्री का बड़ा हिस्सा लचर व्यवस्था के कारण काठमांडू हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों ने रोक रखा है।
संयुक्त राष्ट्र के आवासीय प्रतिनिधि जेमी मैकगोल्डरिक ने शनिवार को बताया कि नेपाल सरकार को राहत सामग्री की तेजी से बढ़ती मात्रा को देखते हुए कस्टम के नियमों में ढील देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि उन्हें सामान्य दिनों की तरह कस्टम नियमों का सख्ती से पालन नहीं करना चाहिए। काठमांडू हवाई अड्डे पर राहत सामग्री का ढेर लग गया है जबकि उसे अब तक जरूरतमंदों तक पहुंच जाना चाहिए था। अमेरिका का सैन्य विमान और सैनिक शनिवार को काठमांडू पहुंचने वाले हैं और वे यहां राहत सामग्री वितरित करने में सहयोग देंगे।
ब्रिगेडियर जनरल पॉल केनेडी ने रायटर को बताया कि अमेरिका से 2 हेलीकॉप्टर सहित 6 विमानों पर सवार होकर 100 सैनिक नेपाल पहुंचेंगे। अमेरिका ने इस संबंध में नेपाल सरकार से इस सप्ताह की शुरुआत में समझौता किया था।
केनेडी ने कहा कि हम नहीं चाहते कि हवाई अड्डे पर राहत सामगी का ढेर लग जाए और यहां और राहत सामग्री के रखने या विमान के उतरने में मुश्किल हो।
नेपाल फूड कोर के मैनेजर श्रीमणि राज खनल ने कहा कि हमारा अन्न भंडार अनाज से भरा है लेकिन हम उसे तेजी से वितरित नहीं कर पा रहे हैं। सेना के हेलीकॉप्टर इंस्टेंट नूडल्स और बिस्किट के पैकेट गिरा रहे हैं लेकिन यहां लोगों को चावल और खाना बनाने की अन्य सामग्रियों की जरूरत है। (वार्ता)