नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, सरकार ने की शीतकालीन सत्र बुलाने की सिफारिश

Webdunia
शनिवार, 26 दिसंबर 2020 (16:20 IST)
काठमांडू। नेपाल के संकटग्रस्त प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सरकार ने राष्ट्रपति से एक जनवरी को संसद के उच्च सदन का शीतकालीन सत्र बुलाने की सिफारिश की है। प्रतिनिधि सभा को भंग किए जाने तथा मध्यावधि चुनाव की तारीखों की घोषणा किए जाने के बाद नेपाल में राजनीतिक संकट गहरा गया है।

ओली की सिफारिश पर गत रविवार को राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी द्वारा प्रतिनिधि सभा को भंग किए जाने तथा मध्यावधि चुनाव की तारीखों की घोषणा किए जाने के बाद नेपाल में राजनीतिक संकट गहरा गया है और सत्तारूढ़ पार्टी का एक तबका तथा विपक्षी दल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री हृदयेश त्रिपाठी ने काठमांडू पोस्ट को बताया कि शुक्रवार शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राष्ट्रपति से एक जनवरी को उच्च सदन नेशनल असेंबली का सत्र बुलाने की सिफारिश किए जाने का निर्णय किया गया।नेपाल का उच्चतम न्यायालय प्रतिनिधि सभा को भंग किए जाने के खिलाफ दायर 13 रिट याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।

न्यायालय ने शुक्रवार को ओली सरकार को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया और संसद भंग करने के अचानक लिए गए निर्णय पर लिखित स्पष्टीकरण मांगा।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

फोटोबाजी के चक्कर में 6 फुट गहरे गड्ढे में गिरे नेताजी, नींव में सीमेंट डालने की कोशिश में फिसला पैर

निमिषा प्रिया के परिजन फांसी टलने से खुश, जिंदा रहने की उम्मीद भी बढ़ी

चीन में जिनपिंग-जयशंकर की मुलाकात पर राहुल गांधी का तंज, विदेश मंत्री चला रहे हैं सर्कस

Samosa, जलेबी जैसे फूड प्रोडक्ट पर चेतावनी लेबल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नहीं दिया निर्देश, पीआईबी ने बताया सच

मोटापे की फिक्र या फास्‍टफूड माफिया की साजिश, समोसे जलेबी नाश्‍ते पर चेतावनी, पित्‍जा बर्गर क्‍या अमृत है?

सभी देखें

नवीनतम

Supreme Court ने प्रोफेसर महमूदाबाद के खिलाफ मामले में SIT जांच की दिशा पर उठाए सवाल

उत्‍तर प्रदेश से लेकर हरिद्वार तक हिंसा की ये कौनसी छवि पेश कर रहे शिवभक्‍त कावड़िए?

इराक के एक और तेल क्षेत्र पर ड्रोन हमला

अदालतों में टॉयलेट की कमी का मामला, रिपोर्ट दाखिल न करने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज

मोदी कैबिनेट की पीएम धन-धान्य कृषि योजना को मंजूरी, 1.7 करोड़ किसानों को मिलेगा फायदा

अगला लेख