लंदन। मानव उत्पत्ति और मानव विकास को लेकर सालों से शोध जारी है। अभी तक हमने यह सुना है कि इंसानों का जन्म करोड़ों साल के 'Evolution' या क्रमागत विकास के कारण हुआ है। शोध के दौरान प्राप्त हुए जीवाश्म इस बात की ओर इशारा करते हैं कि पृथ्वी पर इंसान भले ही लाखों साल पहले आ गए हों, लेकिन गुफाओं में चित्र बनाना 30 हजार साल पहले और लेखन का कार्य साढ़े पांच हजार वर्ष पूर्व शुरू हुआ। हमने यह भी पढ़ा है कि इंसानों का शरीर और रहन-सहन पहले बंदरों की तरह था।
इसी बीच वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मनुष्य की उत्पत्ति लाखों वर्षों पूर्व मंगल गृह (Mars) पर हुई थी और एलियन ही उन्हें पृथ्वी पर लेकर आए। यूके की मैगजीन में हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मानव की उत्पत्ति से जुड़ा 95 प्रतिशत डेटा इतिहास की पुस्तकों में रिकॉर्ड नहीं किया गया है। इसका कारण ये था कि उस समय के लोग अपनी भावनाओं को लिखकर प्रकट करने योग्य नहीं थे।
वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि मनुष्यों को एलियन ही मंगल गृह से पृथ्वी पर लाए थे। उनका कहना है कि पूर्व-ऐतिहासिक होमो सेपियंस हमसे कई अधिक उन्नत थे। इसके अलावा गुफाओं में मिले चित्र इस बात की ओर संकेत करते हैं कि पहले मनुष्यों का संपर्क 'Extra-Terrestrials' या अन्य ग्रहों के प्राणियों से भी था।
वैज्ञानिकों ने बताया कि पहले पृथ्वी की तरह मंगल गृह पर भी महासागर और नदियां थी। कहा जा सकता है कि वहां जीवन हो और इंसान की उत्पत्ति भी वहीं हुई हो। उत्पत्ति के लाखों वर्ष बाद मनुष्यों ने लिखना-पढ़ना सीखा। मनुष्यों के विज्ञान से अवगत ना होने के कारण एलियन टेक्नोलॉजी के माध्यम से मनुष्यों को मंगल से पृथ्वी पर लाया गया।
इस रिसर्च के सभी सबूतों को वैज्ञानिकों ने अभी पब्लिक नहीं किया है। लेकिन, इस थ्योरी को में विश्वास करने वालों की संख्या बहुत अधिक है।