भारी बारिश से गिरा चीन की दीवार का नया हिस्सा, जानिए क्या है कारण

Webdunia
शुक्रवार, 3 अगस्त 2018 (07:58 IST)
लगातार हो रही बारिश की वजह से चीन की दीवार का कुछ हिस्सा ढह गया। ढहे हिस्से का निर्माण 2 साल पहले ही किया गया था। आलोचकों का कहना है कि पीली नदी पर हो रहे निर्माण की वजह से यह हादसा हुआ।
 
चीन सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ न्यूज के मुताबिक, यह दीवार 500 साल से यानमेन पास बिना किसी सहारे के खड़ी है। इसकी मरम्मत 2016 में की गई थी।
 
कुछ जानकारों का कहना है कि मरम्मत कराने से दीवार का ढांचा कमजोर हो रहा है। पर्यटन विभाग ने मरम्मत के लिए तैयारी शुरू कर दी है। यह जगह खड़ी चट्‌टान पर स्थित है और कर्मचारियों को इसकी मरम्मत करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खराब मौसम भी काफी परेशान कर रहा है। 
 
कुछ लोगों का कहना है कि इस निर्माण में प्राचिन साम्रगी की तरह दिखने वाली सामग्री इस्तेमाल की गई थी हालांकि अथॉरिटी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि इसमें प्राचिन विधि पर आधारित हाथों से बनाई गई ईटों का उपयोग किया गया था।  

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

चीन की यह परियोजना भारत के लिए है 'वाटर बम', अरुणाचल के CM पेमा खांडू ने चेताया

nimisha priya : कैसे बचेगी भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की जान, क्या होती है ब्लड मनी, किन हालातों में रुक सकती है फांसी

Donald Trump को Nobel Prize दिलाने के लिए उतावले क्यों हैं पाकिस्तान और इजराइल, क्या हैं नियम, कौन कर रहा है विरोध, कब-कब रहे हैं विवादित

बैकफुट पर CM रेखा गुप्ता, सरकारी आवास की मरम्मत का ठेका रद्द, जानिए कितने में हुआ था ठेका

Video : रिटायर होने के बाद क्या करेंगे गृह मंत्री अमित शाह, सहकारी कार्यकर्ताओं के सामने किया प्लान का खुलासा

सभी देखें

नवीनतम

तहव्वुर राणा के खिलाफ NIA ने ठोका पहला चार्ज, 13 अगस्त तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

तीसरे फ्लीट सपोर्ट शिप का ‘कील लेइंग’ समारोह, भारतीय नौसेना को सौंपा गया सहायता पोत ‘निस्तार’

भोपाल में 90 डिग्री पुल के बाद एक्टिव हुआ PWD विभाग, निर्माणाधीन पुलों की जांच के लिए बनी कमेटी, इंदौर सांसद ने भी लिखा पत्र

Rajasthan : छात्रा ने विकास के दावों की खोली पोल, नेताओं पर कसा तंज, वीडियो हुआ वायरल

Mohan Cabinet Decision : 49 हजार से अधिक पद मंजूर, किसानों को राहत, जलकर माफ, मोहन कैबिनेट की बैठक में बड़े फैसले

अगला लेख