पूरी दुनिया के सामने कश्मीर का रोना रोने वाले पाकिस्तान को मानवाधिकार के मुद्दे पर आईना दिखाने वाली मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता गुलालाई इस्माइल एक बार फिर चर्चा में हैं। अमेरिका में इमरान खान की इंटरनेशनल बेइज्जती के बाद अब बौखलाया पाकिस्तान मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को अपना निशाना बना रहा है।
पाकिस्तान और उसकी सेना को दुनिया के सामने बेनकाब करने वालीं पख्तून मानवाधिकार कार्यकर्ता गुलालाई इस्माइल को अब राष्ट्रदोही घोषित करने की तैयारी हो चुकी है। इस्माइल ने इस मामले में ISI को जमकर खरीखोटी सुनाई है।
पाक मीडिया के हवाले से आ रहीं खबरों के मुताबिक पाकिस्तान की एक स्थानीय अदालत ने गुलालाई के खिलाफ राष्ट्रीय संस्थाओं को बदनाम करने के लिए एक गैरजमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट ने 21 अक्टूबर तक गुलालाई को पेश होने का आदेश दिया। अगर वे अदालत में पेश नहीं हुईं तो उनको भगौड़ा घोषित कर दिया जाएगा।
पाकिस्तान की कोर्ट में अपने खिलाफ गैरजमानती वारंट घोषित होने पर गुलालाई इस्माइल ने इसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को खुश करने के लिए किया गया काम बताया है। गुलालाई इस्माइल ने पाकिस्तानी सेना के महिलाओं के साथ यौन शोषण करने को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी। वर्तमान में गुलालाई इस्माइल अमेरिका में निर्वासित जीवन बिता रही हैं।
गुलालाई पाकिस्तान के पश्तून समुदाय के लोगों के मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ आवाज उठाती हैं। पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के वार्षिक अधिवेशन में आतंक के खिलाफ पाकिस्तान को आईना दिखाया और उसके बाद जब पाक पीएम इमरान खान ने कश्मीर के मुद्दे का रोना रोया, तब यूएन के बाहर गुलालाई इस्माइल अपने विरोध प्रदर्शन के चलते काफी चर्चा में आई थीं।
इमरान खान के अमेरिकी दौरे के दौरान गुलालाई इस्माइल ने पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पाक सेना के गुप्त ठिकानों पर मानवाधिकारों का हनन हो रहा है और महिलाओं का यौन शोषण किया जा रहा है।
अमेरिका में पीएम मोदी के यूएन एसेंबली में संबोधन के दौरान जब बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित वहां पहुंचे तो गुलालाई इस्माइल भी पाकिस्तान के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान सुर्खियों में आई थीं।