पुलवामा हमले पर पाकिस्तान ने फिर बोला झूठ, यह रहा सबूत

Webdunia
शनिवार, 16 फ़रवरी 2019 (07:58 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने शुक्रवार को भारतीय उप उच्चायुक्त को यहां तलब किया और पुलवामा में हुए भीषण आतंकवादी हमले में उसकी भूमिका के बारे में भारत की ओर से लगाए गए आरोपों के प्रति अपना विरोध जताया। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक साक्षात्कार में कहा है कि भारत अगर साक्ष्य मुहैया कराता है तो पाकिस्तान किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करेगा। इस पर भारत ने कहा कि पुलवामा हमले की जांच की पाकिस्तान की मांग 'निरर्थक' है क्योंकि आत्मघाती हमलावर के खुद का जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य होने का दावा करने वाला वीडियो पहले से मौजूद है।
 
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को हुए इस जबरदस्त आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे तथा पांच बुरी तरह से घायल हो गए। पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद ने इस आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी। 
 
पाकिस्तान द्वारा भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब करने का यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जबकि भारत ने नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद को तलब किया और सीआरपीएफ के जवानों के बलिदान को लेकर कड़ा डिमार्शे जारी किया। 
 
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पाकिस्तान को जैश ए मोहम्मद के खिलाफ तत्काल और सत्यापित कार्रवाई करनी चाहिए और उसके क्षेत्र से संचालित आतंकवाद से जुड़े किसी भी समूह या व्यक्तियों को तत्काल रोकना चाहिए।
 
हालांकि, पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि विदेश कार्यालय ने भारतीय उप उच्चायुक्त को तलब किया और पुलवामा हमले पर पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा लगाए गए आधारहीन आरोप को खारिज कर दिया। विदेश मामलों के मंत्रालय से भारतीय राजनयिक को बाहर निकलते हुए दिखाने वाला एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया में चल रहा है।

यह है सबूत : भारत ने कहा कि पुलवामा हमले की जांच की पाकिस्तान की मांग 'निरर्थक' है क्योंकि आत्मघाती हमलावर के खुद का जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य होने का दावा करने वाला वीडियो पहले से मौजूद है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि अन्य ऑडियो-विज़ुअल और प्रिंट सामग्री भी हैं जो जैश-ए-मोहम्मद को आतंकवादी हमले से जोड़ रही है। 
 
हक्कानी ने भी लगाई फटकार : पाकिस्तान के अमेरिका में पूर्व राजदूत एवं जाने माने लेखक हुसैन हक्कानी ने पाकिस्तान के लोगों को सलाह दी है कि ‘मुख्यधारा और सोशल मीडिया’ में जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले के जरिए आतंकवाद को जायज ठहराने का प्रयास न करें। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पूर्व मीडिया सलाहकार श्री हक्कानी ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से पुलवामा हमले की निंदा की है लेकिन कई पाकिस्तानी मुख्यधारा और सोशल मीडिया पर आतंकवाद को जायज ठहराने के तर्क देकर पाकिस्तान के आधिकारिक बयान की बची खुची विश्वसनीयता को भी खत्म कर रहे हैं।'
 
इस बीच, विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर बताया कि पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने आज अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के राजूदतों को पुलवामा हमले पर जानकारी दी और भारत के आरोपों को खारिज किया।

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