नई दिल्ली। गुरुवार की दोपहर जम्मू कश्मीर में श्रीनगर से 20 किलोमीटर पहले पुलवामा के अवंतीपुरा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गए। जैश ए मौहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने इस हमले को अंजाम दिया। इस कायराना आतंकी हरकत से पूरे देश में लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। देश के कई प्रमुख शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए पाकिस्तानी झंडों को आग के हवाले किया।
इस हमले के बाद देशवासी इस कदर भड़क उठे हैं कि वे बदला लेने की मांग कर रहे हैं और वे यह भी चाहते हैं कि हमारे 40 बहादुर जवान शहीद हुए हैं, बदले में हमें दुश्मन के 140 सिर चाहिए। जिन परिवारों ने अपना बेटा खोया है, वहां मातम पसरा हुआ है। इन परिवारों के बुजुर्गोंं की आंखें पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही हैं। देश में शुक्रवार को शोक छाया रहा और कहीं कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं हुए।
राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर आ रहीं दर्दनाक खबरों, प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री के बयानों पर लोगों की नजरें टिकी रहीं। इन चैनलों पर सुबह से लेकर शाम तक सिर्फ आतंकी हमले की खबरें, पुलवामा में हुई तबाही के मंजर के साथ ही शहीद परिवारों पर हुए वज्रपात की न्यूज साझा की जाती रहीं।
शाम गहराते-गहराते जम्मू कश्मीर से वायुसेना के सी-17 विमान से बहादुर शहीद जवानों के पार्थिव शरीर राजधानी दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर लाए गए, जहां भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्पचक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, वाराणसी, भोपाल, इंदौर, बीकानेर, धर्मशाला, देहरादून, गोरखपुर, इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, शाहजहांपुर आदि प्रमुख शहरों में लोगों का आक्रोश सड़कों पर फूट पड़ा। स्वेच्छा से लोग अपने घरों से निकले और उन्होंने सीआरपीएफ के शहीद जवानों को नम आंखों से याद करके श्रद्धांजलि दी और फिर पाकिस्तान मुर्दाबाद के साथ उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज जलाने शुरू करके विरोध प्रदर्शित किया।
इस आतंकी घटना के बाद देश के 16 राज्यों में हाहाकार मचा हुआ है। देशभर में कई सामाजिक संगठनों, व्यापारी संगठनों, अधिवक्ताओं, युवाओं, छात्र-छात्राओं और मीडियाकर्मियों ने भी प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। इस दौरान शहर के प्रमुख मार्गों से जुलूस निकाला गया और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। यह भी खबर मिली कि देश में कई मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
विराट कोहली से लेकर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से लेकर गौतम गंभीर तक इस आतंकी हमले से हिल गए हैं। विराट कोहली ने पुलवामा आतंकी अटैक को ‘घृणित और कायराना’ बताया। देश का उद्योग जगत और फिल्म जगत भी आतंकियों की इस कायराना हरकत से हिल गया।
कांगड़ा के शहीद हुए जवान के माता-पिता को शहीद बेटे पर गर्व : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 कर्मियों में से एक तिलक राज के परिवार में कुछ समय पहले ही किलकारी गूंजी थी लेकिन गुरुवार की घटना ने पूरे परिवार को हिला दिया है। उनके माता-पिता रामा राम और बिमला देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है जिसने देश के लिए शहादत दे दी।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जावील के रहने वाले तिलक राज गुरुवार को हुए हमले से 3 दिन पहले ही अपने घर से निकले थे। पिछले महीने ही उनके बेटे का जन्म हुआ है। तिलक राज के परिवार में उनका एक और बेटा है, जो अभी तीन साल का है। शहीद के पिता ने कहा, ‘हमने अपना बेटा खोया लेकिन हम चाहते हैं कि पाकिस्तान को करारा जवाब मिले ताकि आगे से ऐसे हमलों को अंजाम देने की उसकी हिम्मत न हो।'
पत्नी से किया वादा कभी पूरा नहीं कर सकेंगे मनोज कुमार : ओडिशा के कटक जिले में रतनपुर गांव में सीआरपीएफ के शहीद जवान मनोज कुमार बेहरा ने आतंकी हमले से कुछ घंटे पहले ही पत्नी इतिलता से फोन पर बात की थी और श्रीनगर पहुंचते ही फोन करने का वादा किया था लेकिन अब वे अपना वादा कभी पूरा नहीं कर सकेंगे। मनोज की 2 साल पहले ही इतिलता से शादी हुई थी और उनकी एक बेटी भी है।
वर्ष 2006 में सीआरपीएफ में शामिल हुए मनोज ने अपनी मां सावित्री से भी बात की थी। सावित्री ने बेटे को याद करते हुए कहा कि वह 24 दिसंबर को घर आया था और 6 फरवरी को वापस गया। मां ने कहा कि 16 जनवरी को उसका जन्मदिन मनाया, जो अब उसका आखिरी जन्मदिन बनकर रह गया है।
बेटी को अपने शहीद पिता पर गर्व : ओडिशा के जगदीशपुर जिले में नौगांव में रहने वाले सीआरपीएफ कर्मी प्रसन्न कुमार साहू भी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए। उनकी किशोरवय बेटी ने कहा, ‘मुझे अपने पिता पर गर्व है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।’
साहू की पत्नी ने बताया कि वह सीआरपीएफ की 61वीं बटालियन में तैनात थे और पिछले साल नवंबर में घर आए थे। अब हमें उनकी यादों के सहारे ही जिंदा रहना होगा।
मुंबई में भाजपा ने पाकिस्तान के झंडे जलाए : मुंबई में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलवामा अटैक का विरोध करते हुए पाकिस्तान के झंडे जलाए। देशभर की तरह यहां भी जमकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता हाथों में पाकिस्तान मुर्दाबाद की तख्तियां लिए थे। इन तख्तियों में एक नारा यह भी लिखा था कि 'दूध मांगो तो खीर देंगे, कश्मीर मांगो तो चीर देंगे।
मुंबई में शिवसेना कार्यककर्ताओं ने भी जंगी प्रदर्शन करके अपना विरोध जताया। शिव सैनिकों ने पुलवामा अटैक में शामिल जैश ए मोहम्मद के आतंकी का पुतला जलाया। उन्होंने जमकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी भी की और मांग की कि किसी भी हालत में हमारे वीर जवानों का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिए।
उद्योग जगत ने कड़ा रोष जताया : उद्योग जगत ने भी पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर आम भारतीयों की तरह कड़ा रोष जताया है। विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत जेएसडब्ल्यू समूह के प्रमुख सज्जन जिंदल ने संसद का आपात सत्र बुलाकर अनुच्छेद 370 समाप्त करने की मांग की। इसके तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि कैसे समाज यह समझ लेता है कि सब कुछ सामान्य है लेकिन एक हमला इन सब बातों को झटका दे देता है।
आरपीजी एंटरप्राइजेज के हर्ष गोयनका ने कहा कि पाकिस्तान को इन हमलों के बाद बख्शा नहीं जाना चाहिए। मुझे विश्वास है कि अगले सप्ताह तक सेना इसका मजबूती से जवाब देगी। हम किसी भी पार्टी के समर्थक हों हमें आतंकवाद को आगे बढ़ाने वाले पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होना है।
जी एंटरटेनमेंट के
सुभाष चंद्रा ने कहा कि पड़ोसी देश में जब भी कोई नई सरकार आती है तो शांति की हल्की सी ऐसी उम्मीद बनती है लेकिन जल्द हमारी यह धारणा गलत साबित हो जाती है। उन्होंने कहा, ‘हम यह उम्मीद करने में गलती करते हैं कि पाकिस्तान कभी शांति की भाषा समझ सकता है।’
पाकिस्तानी झंडे जलाने के लिए मुफ्त में दिए लाइटर : पुणे में शहर में विरोध प्रदर्शनों के बीच यहां झंडा बेचने वाले एक विक्रेता ने 100 से अधिक पाकिस्तानी झंडों की बिक्री की। एक मशहूर झंडा विक्रेता मुरुडकर जेंडेवाले ने शुक्रवार को 100 से अधिक पाकिस्तानी झंडे बेचे और प्रत्येक झंडे के साथ एक लाइटर मुफ्त में दिया।
चाय निर्यातकों ने कहा, देश पहले, पाक के साथ व्यापार बाद में : कोलकाता में प्रमुख चाय निर्यातकों ने कहा कि वे सरकार के साथ हैं और व्यापार का मुद्दा गौण हो गया है। इंडिया टी एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन (आईटीईए) के चेयरमैन अंशुमान कनौड़िया ने कहा, 'हम अब पाकिस्तान के साथ व्यापार के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं। हम सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं और सरकार की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।'