‘पर्माक्राइसिस’ बना साल 2022 का वर्ड ऑफ द ईयर, जानिए क्‍या होता है इसका मतलब?

Webdunia
बुधवार, 23 नवंबर 2022 (16:33 IST)
हर साल वर्ड ऑफ द ईयर यानी साल का सबसे चर्चित शब्‍द चुना जाता है। पिछले सालों में कोरोना के दौरान कोरोना वायरस, लॉकडाउन, क्वारंटाइन और आइसोलेशन जैसे शब्द चर्चा में रहे थे। लेकिन साल 2022 में एक नया शब्द ‘पर्माक्राइसिस’ (Permacrisis) चर्चा में है।

अब यह शब्‍द सभी डिक्शनरी में जुड़ गया है। यानी ‘पर्माक्राइसिस’ शब्‍द को वर्ड ऑफ द ईयर चुना गया है। यूं तो दुनिया में कई तरह की डिक्‍शनरीज हैं, लेकिन वर्ल्ड कोलिन्स डिक्शनरी ने 2022 में पर्माक्राइसिस को ‘वर्ड ऑफ द ईयर’ चुना है।

क्या होता है इसका मतलब?
दरअसल, साल 2022 में कई तरह की उठापटक देखी गई। यही वजह है कि पर्माक्राइसिस (Permacrisis) शब्द लोकप्रिय हुआ। यह दो शब्‍दों से मिलकर बना है। पहला है पर्मानेंट यानी स्थायी और दूसरा है क्राइसिस यानी संकट। इस तरह पर्माक्राइसिस का अर्थ हुआ असुरक्षा और चीजों के स्थायी न होने का समय बढ़ जाना।

साल 2022 में जहां रूस और यूक्रेन का युद्ध हो रहा है, ग्लोबल वॉर्मिंग, कोरोना वायरस और लगातार गिरती अर्थव्यवस्था भी चर्चा में रहे। कई देशों की तो कोरोना के बाद कमर ही टूट गई। अब जाकर समझ में आ रहा है कि ये सभी दुर्घटनाएं स्थाई हो गईं। यही वजह रही कि इन समस्‍याओं को बयां करने के लिए पर्माक्राइसिस शब्द का इस्तेमाल किया जाने लगा।

बता दें कि हर साल वर्ड ऑफ द ईयर चुना जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसका कितना इस्‍तेमाल किया गया, उसे कितना सर्च किया गया और वो कितना काम आया।
Edited: By Navin Rangiyal

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

11.50 किमी BRTS हटाने को लेकर क्या कहते हैं इंदौरवासी

UP: संभल में जामा मस्जिद में कड़ी सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज संपन्न

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को बीमा कारोबार के लिए RBI से मिली मंजूरी

Gold Prices : शादी सीजन में सोने ने फिर बढ़ाई टेंशन, 84000 के करीब पहुंचा, चांदी भी चमकी

Canada india Conflict : भारत की फटकार के बाद कैसे बदले कनाडा के सुर, अपनी ही बात से पलटे Trudeau

अगला लेख