चीन, रूस के हैकरों के निशाने पर है US राष्ट्रपति चुनाव अभियान

Webdunia
शुक्रवार, 11 सितम्बर 2020 (12:26 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका की टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के अभियानों में शामिल लोगों और संगठनों को रूस, चीन और ईरान के साइबर हमलावर निशाना बना रहे हैं। 
 
कंपनी ने अपने ब्लॉग में लिखा- 'हाल के हफ्तों में माइक्रोसॉफ्ट ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में शामिल लोगों और संगठनों को निशाना बनाने वाले साइबर हमले का पता लगाया है, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विपक्षी उम्मीदवार जो बिडेन के अभियानों से जुड़े लोगों पर असफल हमले शामिल हैं।
 
उन्होंने कहा कि इस तरह के हमले अप्रत्याशित नहीं थे, आज हम जिस गतिविधि की घोषणा कर रहे हैं, उससे स्पष्ट होता है कि विदेशी समूहों ने 2020 के चुनाव को निशाने पर लेने के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाया है, जैसा कि पहले से ही मालूम था।
 
माइक्रोसॉफ्ट ने हमलावरों की पहचान हैकर समूहों स्ट्रोंशियम, जर्कोनियम और फॉस्फ़ोरस के रूप में की है, जो क्रमशः रूस, चीन और ईरान से संचालित होते हैं।
 
हैकर समूह स्ट्रोंशियम के निशाने पर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स की सेवा देने वाले अमेरिकी-आधारित सलाहकार, थिंक टैंक, अमेरिका में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दल एवं संगठन तथा ब्रिटेन की राजनीतिक पार्टियां शामिल हैं। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख