टेक्सास सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात की अनुमति बहाल करने वाले आदेश पर लगाई रोक

Webdunia
शनिवार, 2 जुलाई 2022 (16:38 IST)
टैलाहैसी (अमेरिका)। अमेरिका में टेक्सास सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार देर रात निचली अदालत के उस आदेश पर रोक लगा दी जिसमें कहा गया था कि क्लिनिक गर्भपात करना जारी रख सकते हैं। दरअसल, अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने रो बनाम वेड मामले से संबंधित फैसले को पलटते हुए गर्भपात कराने के महिलाओं के संवैधानिक अधिकार को निरस्त करने का फैसला सुनाया था जिसके बाद से देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं।
 
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न प्रांतों को अपनी सुविधा के मुताबिक गर्भपात संबंधी कानून लागू करने का आदेश दिया था। हालांकि यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है कि टेक्सास के क्लिनिक जिन्होंने इस सप्ताह मरीजों को देखना फिर से शुरू किया था, वे फिर से अपनी सेवाएं बंद करेंगे अथवा नहीं? इस मामले पर अगली सुनवाई इस महीने के अंत में होनी है।
 
टेक्सास के क्लिनिक द्वारा गर्भपात कराने आए मरीजों को वापस भेजना, मरीजों को दोबारा समय देना और अब संभावित रूप से फिर से मरीजों के चिकित्सकों से मिलने के निर्धारित समय को रद्द कर देना- ए सभी चीजें एक सप्ताह के भीतर ही हुई हैं। इससे देश के लोगों में संशय की स्थिति बन गई है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद करीब तीन करोड़ की आबादी वाले टेक्सास प्रांत में क्लिनिक ने गर्भपात करना बंद कर दिया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कन्हैया कुमार की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, पुलिस में दर्ज हुई शिकायत, जानिए क्‍या है मामला

आंध्रप्रदेश में पटाखा बनाने वाली यूनिट में विस्फोट से 8 की मौत, 6 घायल

आकाश आनंद ने मायावती से मांगी माफी, पार्टी में वापस लेने की अपील, बोले- अब नहीं करूंगा कोई गलती

बंगाल में बांग्लादेश जैसे हालात, महिलाओं के साथ छेड़छाड़, घरों पर फेंके बम, पलायन को मजबूर 400 लोग

अमेरिका ने टैरिफ से दी राहत, चीन की तुलना में भारत को 20 फीसदी सस्ता पड़ेगा निर्यात

सभी देखें

नवीनतम

क्या तहव्वुर राणा को होगी फांसी, किन धाराओं में चल रहा केस?

कांग्रेस संविधान की भक्षक बन गई, आबंडेकर जयंती पर बोले PM मोदी

लता मंगेशकर का परिवार लुटेरों का गिरोह! समाज का भला नहीं किया, कांग्रेस नेता ये क्या कह दिया

बाबा साहेब आंबेडकर की कल्पनाओं को साकार करता मध्यप्रदेश

डॉ. मोहन सरकार की दुग्ध पालकों को विशेष सौगात- "डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना"

अगला लेख