आज ही के दिन अमेरिका को मिला था सबसे बड़ा आतंकी जख्म

Webdunia
बुधवार, 11 सितम्बर 2019 (07:29 IST)
नई दिल्ली। इतिहास में 11 सितंबर वह दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के सीने पर घातक आतंकी हमले ने एक ऐसा जख्म दिया, जिसकी टीस रहती दुनिया तक कायम रहेगी। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमलों की बुधवार को 18वीं बरसी है।
ALSO READ: आतंकी मसूद अजहर को पाकिस्तान ने जेल से गुपचुप किया रिहा
साल 2001 में अमेरिका में आतंकवादियों ने विमान अपहरण कर न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की दो इमारतों, वर्जीनिया स्थित पेंटागन और पेन्सिलवेनिया पर हमला किया था। इस हमले में 2,977 लोगों की मौत हुई थी। इसे अमेरिका के इतिहास के सबसे बड़े आतंकी हमले के तौर पर देखा जाता है।
 
इस हमले में अल कायदा के मुखिया ओसामा बिन लादेन का हाथ था जो कि हमले के बाद पाकिस्तान में जाकर छुप गया था। लादेन को बाद में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी सील कमांडो ने ढेर कर दिया था। इससे पाकिस्तान के उस झूठ की कलाई खुल गई थी कि लादेन पाकिस्तान में नहीं है।
     
‍विवेकानंद ने दिया था ऐतिहासिक भाषण : इसके अलावा 11 सितंबर की तारीख को स्वामी विवेकानंद के एक चर्चित भाषण से जोड़कर देखा जाता है, जो उन्होंने 1893 को अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में दिया था।
 
स्वामी विवेकानंद ने सांप्रदायिकता, धार्मिक कट्टरता और हिंसा का जिस तरह से उल्लेख किया था, वह आज सवा सौ साल के बाद भी उतने ही भयावह रूप में उपस्थित है। उन्होंने कहा था कि अगर ये बुराइयां न होतीं तो दुनिया आज से कहीं बेहतर जगह होती।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख