क्या है International Day of Peace, जानें क्यों मनाया जाता है इसे?

Webdunia
शनिवार, 21 सितम्बर 2019 (08:34 IST)
विश्वभर में सभी देशों तथा उनके ना‍गरिकों के बीच शांति व सद्भाव कायम रहे, इसी उद्देश्य से हर साल 21 सितंबर का दिन 'विश्व शांति दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
 
इस दिवस के जरिए दुनियाभर के देशों और नागरिकों के बीच शांति के संदेश का प्रचार व प्रसार किया जाता है। इसके लिए यूएनओ दवारा कला, साहित्य, सिनेमा तथा अन्य क्षेत्र की मशहूर हस्तियों को शांतिदूत के तौर पर नियुक्त भी किया गया है। हर साल यह दिवस अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है।
ALSO READ: मोदी बोले, शांतिपूर्ण व स्थिर दुनिया के निर्माण में योगदान दे सकते हैं भारत और अमेरिका
वर्ष 2019 भी हर साल की तरह विशेष है। इस साल 2019 की थीम है Climate Action for Peace। इसके जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि विश्व में शांति बनाए रखने के लिए जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण जरूरी है तथा इसमें हो रहा परिवर्तन विश्व शांति और सुरक्षा के लिए बेहद घातक साबित होगा।
 
1982 में पहली बार मना विश्व शांति दिवस : इस 'विश्व शांति दिवस' को 1982 में पहली बार मनाया गया था तथा उसके लिए ‘Right to Peace of People’ विषय का चयन किया गया था। सन् 2001 तक पहले इसे हर साल सितंबर महीने के तीसरे मंगलवार को मनाया जाता था लेकिन अब हर साल 21 सितंबर को यह दिवस मनाया जाता है और इसे 'विश्व शांति दिवस' के नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य संपूर्ण विश्व के लोगों के बीच शांति स्थापित करना है।
ALSO READ: जम्मू कश्मीर में बहने लगी शांति की बयार, सेना की निगरानी में सेब से भरे 700 ट्रक रवाना
सफेद कबूतर उड़ाए जाते हैं : सफेद कबूतर शांति के प्रतीक होते हैं अत: इस दिन इन कबूतरों को उड़ाकर विश्वभर में शांति का संदेश दिया जाता है। इस दिवस के अवसर पर आप #PeaceDay और #ClimateAction के द्वारा विश्वभर के नागरिक जलवायु परिवर्तन के निवारण के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ अपने विचारों और सुझावों को साझा कर सकते हैं।
 
नेहरूजी ने भी दिया था विश्व शांति का संदेश : विश्वभर में शांति स्थापित करने के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने 5 मूल मंत्र देकर पंचशील के सिद्धांत की अवधारणा रखी थी। इन सिद्धांतों के अनुसार विश्व में शांति की स्थापना हेतु एक-दूसरे की प्रादेशिक अखंडता और प्रभुसत्ता का सम्मान किए जाने की बात कही गई है तथा शांतिपूर्व सह-अस्तित्व की नीति के पालन की भी बात कही गई है। इसी के द्वारा विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख