यूक्रेन यूरोप में रूस के बाद दूसरा बड़ा देश है। 1990 में सोवियत संघ से अलग होने के बाद अब ये अलग देश है, जहां मस्तमौला लोग रहते हैं।
एग्रीकल्चर के मामले में ये दुनिया में कृषि उत्पादन के मामले में तीसरे नंबर पर आता है। यहां बड़े पैमाने पर पढ़े लिखे लोग भी आधुनिक तौर तरीकों से खेती करते हैं और होती है। गांव में करीब 30 फीसदी आबादी रहती है।
इसकी सीमा पूर्व में रूस, उत्तर में बेलारूस, पोलैंड, स्लोवाकिया, पश्चिम में हंगरी, दक्षिण पश्चिम में रोमानिया व माल्दोवा और दक्षिण में काला सागर और अजोव सागर से मिलती है।
सोवियत संघ के विघटन के बाद, यूक्रेन को अपने विरासत में 780,000 सैन्य बल, के साथ दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा परमाणु हथियार शस्त्रागार मिला। वैसे ये यूरोप में रूस के बाद सबसे ज्यादा सैन्यबल रखने वाला देश भी है। यहां सेना में भर्ती अनिवार्य रहती है।
सोवियत संघ में विलय के बाद इसने तेजी से तरक्की की, लेकिन जब ये अलग हुआ उसके बाद भी इसका विकास बेहतर रहा है। इसके शहर सुंदर और साफ सुथरे रहते हैं। कीव यहां की राजधानी है। यूक्रेन हवाई जहाज बनाने के लिए भी फेमस रहा है।
उसने दुनिया का सबसे बड़ा प्लेन भी बनाया है। यहां की बड़ी आबादी ईसाइयों की है, जो यूक्रेनी भाषा बोलते हैं। दूसरे नंबर पर मुस्लिम लोग रहते हैं। क्रीमिया को लेकर इसका विवाद लंबे समय से रूस से चल रहा है।
यूक्रेन में 07 ऐसी जगहें हैं जो यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज साइट लिस्ट में हैं। जिसमें कीव का संत सोफिया कैथेड्रल और लवीव का ऐतिहासिक सेंटर भी है। चेर्नीवत्सी यूनिवर्सिटी में लकड़ी का खास तरह का चर्च है तो समुद्र से लगे जंगल भी खास हैं।
यहां की राजधानी कीव में मेट्रो ट्रेन लाइन का जाल बिछा हुआ है। कीव की स्वितोशिंको ब्रोवार्स्का ट्रेन लाइन दुनिया की सबसे गहराई में बनी मेट्रो लाइन है, जो जमीन से 105.5 मीटर नीचे चलती है। इसके ज्यादातर मेट्रो स्टेशन भी इतने ही नीचे हैं।
यहां नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे ले जाने वाले एस्कलेटर्स बहुत लंबे और डराने वाले भी हैं। शायद इसे इतना नीचे इसलिए बनाया गया कि दूसरे विश्व युद्ध के दिनों में ये महफूज रहे और इसमें आवागमन चलता रहे।
यहां की लड़कियों को दुनिया की खूबसूरत लड़कियों में शुमार है। वो दोस्ताना होती हैं। यहां डेटिंग और बहुत कॉमन है, लेकिन यहां के लोगों की तरह लड़कियां भी इमोशनल और मूडी हो सकती हैं। उनका पहनावा स्मार्ट और बिंदास होता है। आमतौर पर यहां लड़कियों को अपने हिसाब से जीवन बिताने की छूट होती है।